सपा का नौंवा राज्य सम्मेलन रमाबाई मैदान में शुरु हुआ। अखिलेश यादव ने झंडारोहण कर सम्मेलन का शुभारंभ किया। बता दें कि सपा इस सम्मेलन के जरिए जहां एक ओर शक्ति प्रदर्शन करेगी वहीं दूसरी ओर भाजपा के खिलाफ रणनीति भी बनाएगी।
लखनऊ, समाजवादी पार्टी का दो दिवसीय अधिवेशन रमाबाई मैदान में झंडारोहण के साथ शुरु हुआ। अखिलेश यादव, स्वामी प्रसाद मौर्य, प्रो रामगोपाल यादव, नरेश उत्तम पटेल, राजेंद्र चौधरी, रामजी लाल सुमन, रामगोविंद चौधरी, किरणमय नंदा सहित कई प्रमुख नेता मंच पर मौजूद रहे। इस दौरान नरेश उत्तम पटेल को फिर प्रदेश अध्यक्ष बनने की घोषणा की गई।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय निर्वाचन अधिकारी प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने निर्वाचन प्रक्रिया के तहत एक अकेले नामांकन की वजह से नरेश उत्तम को प्रदेश अध्यक्ष घोषित किया। स्वागत भाषण में रविदास मेहरोत्रा ने लखनऊ की गंगा जमुनी तहजीब और सांस्कृतिक विरासत एवं अमर शहीदों और वीरांगनाओं की गाथाओं का वर्णन कर लखनऊ को संघर्षों की धरती बताया।
संवैधानिक अधिकार से छेड़छाड़ कर रही सरकार- अखिलेश यादवराज्य सम्मेलन में अखिलेश ने कहा कि सरकारी नौकरियों में बहुजन को मिले आरक्षण के संवैधानिक अधिकार से सरकार छेड़छाड़ कर रही है। सरकार जानबूझ कर सरकारी संस्थाएं ध्वस्त कर रही है, ताकि व्यवस्थाओं का निजीकरण किया जा सके। सपा ने 2019 के लोकसभा चुनाव में ऐतिहासिक फैसला लिया था।
बहुजन समाज की ताकत को एक मंच पर लाने का प्रयास किया। समाजवादियों ने हर स्तर पर त्याग किया। डा.अम्बेडकर और लोहिया के सपने को साकार करने की कोशिश की थी। समाजवादी लोग बड़ी जीत चाहते थे लेकिन सत्ता में बैठे लोगों ने अपनी शक्तियों का दुरुपयोग किया। 2022 के चुनाव में समान विचार धारा के लोगो को एक मंच पर लाए। सत्ता नहीं मिली लेकिन वोट प्रतिशत जरूर बढ़ा है। सिर्फ सपा ही साम्प्रदायिक ताकतों को रोक सकती है। अखिलेश ने कहा कि रविदास मेहरोत्रा जैसे नेता जनहित के लिए लगातार जेल जाते रहे हैं।