अखिलेश यादव से मुलाकात के बाद कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य का योगी आदित्यनाथ सरकार से इस्तीफा,

प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तारीख घोषित होने के बाद से ही बेचैन स्वामी प्रसाद मौर्य ने मंगलवार को प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार से इस्तीफा दे दिया है। स्वामी प्रसाद मौर्या ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा प्रेषित किया है।

 

लखनऊ,  प्रदेश में 17वीं विधानसभा के गठन से पहले बहुजन समाज पार्टी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में आने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य का भाजपा से मोहभंग हो गया है। प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तारीख घोषित होने के बाद से ही बेचैन स्वामी प्रसाद मौर्य ने मंगलवार को प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार से इस्तीफा दे दिया है। स्वामी प्रसाद मौर्य ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा प्रेषित किया है।

योगी आदित्यनाथ सरकार ने इस्तीफा देने के साथ ही स्वामी प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी की सदस्यता ले ली है। कुशीनगर के पडरौना से भारतीय जनता पार्टी के विधायक स्वामी प्रसाद मौर्य योगी आदित्यनाथ सरकार के पहले मंत्री हैं, जिन्होंने इस्तीफा दिया है। वह पडरौना से लगातार तीन बार से विधायक हैं।लखनऊ में मंगलवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात करने के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य ने कैबिनेट मंत्री के पद से अपना इस्तीफा दिया।

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राज्यपाल को प्रेषित इस्तीफा में स्वामी प्रसाद ने लिखा है कि माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के मंत्रिमंडल में श्रम एवं सेवायोजन व समन्वय मंत्री के रूप में विपरीत परिस्थितियों व विचारधारा में रहकर भी बहुत ही मनोयोग के साथ उत्तरदायित्व का निर्वहन किया है किंतु दलितों, पिछड़ों, किसानों बेरोजगार नौजवानों एवं छोटे- लघु एवं मध्यम श्रेणी के व्यापारियों की घोर उपेक्षात्मक रवैये के कारण उत्तर प्रदेश के मंत्रिमंडल से मैं इस्तीफा देता हूं। स्वामी प्रसाद मौर्य प्रदेश सरकार में श्रम तथा सेवायोजन मंत्री थे। उनकी बेटी संघप्रिया भारतीय जनता पार्टी से बदायूं से सांसद हैं जबकि इनके बेटे उत्कृष्ट मौर्य को भाजपा ने 2017 के विधानसभा चुनाव में रायबरेली के ऊंचाहार से चुनाव लड़वाया था।

तिलहर से विधायक रोशन लाल का भी भाजपा से इस्तीफा

शाहजहांपुर के तिलहर से विधायक रोशन लाल ने भी भाजपा से इस्तीफा दे दिया है। इन्होंने आठवीं तक की पढ़ाई की है। 2017 में हुए विधानसभा चुनाव से ठीक पहले रोशन लाल बसपा से भाजपा में में शामिल हो गए थे। वह बसपा सुप्रीमो मायावती के करीबी थे। रोशन लाल वर्मा और इनके बेटे कई बार विवादों में आ चुके हैं।

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स्वामी प्रसाद मौर्य का इस्तीफा लेकर शाहजहांपुर के तिलहर से भारतीय जनता पार्टी के विधायक रोशन लाल राजभवन पहुंचे थे। माना जा रहा है कि रोशन लाल भी स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ समाजवादी पार्टी में शामिल होंगे। स्वामी प्रसाद मौर्य का दावा है कि उनके साथ भाजपा के कई बड़े पिछड़े नेता भी समाजवादी पार्टी में शामिल होंगे। उनका दावा है कि मंत्री दारा सिंह चौहान व धर्म सिंह सैनी के साथ चार विधायक भी हैं।

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