कांग्रेस के पार्षद प्रत्याशी राजकुमार उर्फ रज्जू भैया ने अतीक अहमद को शहीद बता दिया है और भारत रत्न दिए जाने की मांग कर दी। अब पार्टी ने छह वर्षों के लिए उन्हें निष्कासित कर दिया और उम्मीदवारी वापस ले ली है।
प्रयागराज : माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या ने पूरे देश में सनसनी फैला रखी है। घटना के बाद से ही हर कोई इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया देता नजर आ रहा है।
अब सोशल मीडिया पर कांग्रेस नेता का एक वीडियो वायरल है जिसमें वह माफिया अतीक अहमद को भारत रत्न की मांग करते दिखाई दे रहे हैं। इस बयान से उन्होंने सिर्फ अपनी मुश्किलों को ही नहीं बढ़ाया बल्कि पार्टी की भी किरकिरी करा दी। दरअसल प्रयागराज से नगर निगम के वार्ड नंबर 43 साउथ मलाका से राजकुमार सिंह उर्फ रज्जू भैया को उम्मीदवार बनाया है। सोशल मीडिया पर उनका एक विवादित बयान वायरल हो रहा है जिसमे उन्होंने अतीक अहमद को शहीद बताते हुए भारत रत्न दिए जाने की भी मांग कर दी। साथ ही योगी सरकार पर हत्या का आरोप लगाया है।
छह वर्षों के लिए निष्कासितअब पार्टी ने उन्हें छह वर्षों के लिए निष्कासित कर दिया और उम्मीदवारी वापस ले ली है। शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष प्रदीप मिश्रा अंशुमन ने बताया कि रज्जू द्वारा माफिया अतीक से संबंधित बयान से रोके जाने एवं मना करने पर यह कार्रवाई की गई।
कांग्रेस नेता ने बयान से पार्टी ने किया किनारा
उन्होंने बताया कि रज्जू का उक्त बयान उनका निजी है, इससे पार्टी का कोई लेना देना नहीं है। पार्टी ने अनुशासनात्मक कार्रवाई करते रज्जू की पार्षद उम्मीदवारी वापस ले ली है।
15 अप्रैल को हुई थी अतीक और उसके भाई की हत्या
उमेश पाल हत्याकांड में पुलिस कस्टडी रिमांड पर लिए गए माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की बीते 15 अप्रैल की रात काल्विन अस्पताल के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। दोनों को स्वास्थ्य परीक्षण के लिए ले जाया जा रहा था।