रोजगार की कमी और तालिबान उत्पीड़न के कारण अफगानिस्तान में महिलाओं की स्थिति त्रासदी पूर्ण हो गई है। प्रदर्शनकारी महिलाओं ने अपने शैक्षणिक प्रमाणपत्र दिखाए। उन्होंने कहा कि उनके प्रमाणपत्र बेकार हो गए हैं क्योंकि वे घरों में कैद हो गई हैं और उनके पास कोई रोजगार नहीं है।
काबुल, अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में महिलाओं के एक समूह ने छठी कक्षा से आगे की पढ़ाई और रोजगार की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। देश की सत्ता पर तालिबान के काबिज होने के बाद से अफगान महिलाओं और लड़कियों के कई बुनियादी अधिकारों पर प्रतिबंध लगा दिए गए हैं।
अगस्त 2021 में तालिबान के सत्ता संभालने के बाद से देश में आर्थिक संकट गहरा गया। लोगों के जीवन पर इसका बुरा प्रभाव पड़ा है। सेव चिल्ड्रन संगठन की सोमवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार, अफगानिस्तान में 47 प्रतिशत बच्चे कुपोषण के शिकार हैं।