कर्नाटक के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने कहा कि बुधवार को हिजाब विवाद पर कुख्यात आतंकी संगठन अल कायदा के मुखिया अयमान अल जवाहिरी द्वारा जारी वीडियो बयान पर मामले के पीछे अदृश्य हाथों की भागीदारी को साबित करता है।
बेंगलुरू, प्रेट्र। कर्नाटक के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने कहा कि बुधवार को हिजाब विवाद पर कुख्यात आतंकी संगठन अल कायदा के मुखिया अयमान अल जवाहिरी द्वारा जारी वीडियो बयान पर मामले के पीछे अदृश्य हाथों की भागीदारी को साबित करता है। अल जवाहिरी ने छात्रा ‘अल्लाह-हू-अकबर’ का नारा लगाने वाली लड़की मुस्कान खान की प्रशंसा करते हुए कहा कि वह हिजाब के बचाव में खड़े हैं।
कनार्टक हाईकोर्ट ने भी अदृश्य हाथों की संलिप्तता की संभावना जताई थी
गृह मंत्री ने कहा कि गृह और पुलिस विभाग के अधिकारी घटनाक्रम पर नजर रख रहे हैं और इस संबंध में चीजों पर नजर रख रहे हैं। ज्ञानेंद्र ने मुस्कान की तारीफ करते हुए जवाहिरी पर एक सवाल के जवाब में कहा कि हम शुरू से यह कहते रहे हैं। कनार्टक हाईकोर्ट ने भी हिजाब के फैसले के दौरान विवाद के पीछे कुछ अनदेखे हाथों की संभावना होने का सुझाव दिया था। अब यह साबित हो गया है क्योंकि अल कायदा के लोग अब वीडियो जारी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि चीजें कैसे हो रही हैं, इसमें लिंक क्या है। इन सभी चीजों की पुलिस जांच कर रही है। वे पता लगाएंगे ।
क्या था विवाद
फरवरी महीने में कर्नाटक हिजाब विवाद के चरम पर रहा। मांड्या में बीकॉम द्वितीय वर्ष के छात्र मुस्कान खान को हिजाब के साथ कालेज में प्रवेश करने के लिए भगवा शाल पहने हुए छात्रों के एक समूह ने पीटा था। जैसे ही उन्होंने ‘जय श्री राम’ का नारा लगाया तो मुस्कान ने ‘अल्लाह-हू-अकबर’ चिल्लाते हुए जवाब दिया था। इसके बाद कालेज प्रशासन ने मामले हस्तक्षेप किया और स्थिति को नियंत्रण में लाया। बाद में यह मामला कनार्टक हाईकोर्ट में चला गया था।
देश के आंतरिक मामलों में एक आतंकी समूह के बयान की निंदा करते हुए उच्च शिक्षा मंत्री सी एन अश्वथ नारायण ने कहा कि ऐसे संगठनों और उनसे जुड़े लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसी भी समुदाय की प्रथाओं के खिलाफ कोई कानून नहीं लाई है और केवल कानून का पालन कर रही है।
अल-कायदा के वीडियो पर कर्नाटक के मंत्री बीसी नागेश ने कहा कि आतंकवादी हर मौके का इस्तेमाल शांति भंग करने और भारत में लोगों के बीच मतभेद पैदा करने के लिए करना चाहते हैं। ये लोग कभी सफल नहीं हो पाएंगे। गृह विभाग इस तरह की चीजों का निरीक्षण करेगा और यदि आवश्यक हुआ तो वे कार्रवाई करेंगे।
असम के सीएम हिमंत बी सरमा ने कहा कि कर्नाटक उच्च न्यायालय ने स्पष्ट फैसला दिया कि एक छात्र से पोशाक के रूप में हिजाब पहनने की उम्मीद नहीं की जा सकती है। इसमें हिंदू और मुस्लिम के बीच कोई अंतर नहीं है। अल कायदा इसे कभी नहीं समझेगा लेकिन भारतीय मुसलमान समझेंगे।