सीएम योगी आदित्यनाथ का प्रदेश में निवेश के जरिए लोगों को रोजगार और नोकरियां उपलब्ध करवाने पर फोकस है। अब 16 देश से आया 7.12 लाख करोड़ के 149 निवेश प्रस्ताव के जरिए 7.02 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा।
लखनऊ, यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-23 के लिए निवेश जुटाने का सफर खासा लंबा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सोच को धरातल तक पहुंचाने के लिए मंत्रियों के समूह और प्रदेश सरकार के अधिकारियों की टीम ने देश-दुनिया में उत्तर प्रदेश की शानदार ब्रांडिंग की जिसके परिणाम शुक्रवार को यूपीजीआइएस-23 में देखने को मिलेंगे।
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए विभिन्न दशों से निवेश जुटाने के सफर की शुरुआत नौ दिसंबर को फ्रैंकफार्ट जर्मनी से हुई थी। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक समेत सरकार के 13 कैबिनेट मंत्रियों ने आठ दिशाओं में 16 देशों का दौरा किया और इन देशों के 21 प्रमुख शहरों में निवेशकों से संवाद कर प्रदेश में निवेश की मजबूत बुनियाद रखी।
मुख्य सचिव समेत 27 वरिष्ठ अधिकारियों की टीम ने विदेशी निवेशकों की हर जिज्ञासा का समाधान किया। परिणामस्वरूप उत्तर प्रदेश को दुनिया भर से 149 निवेश प्रस्तावों मिले और निवेश जुटाने का आंकड़ा 7.12 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचा। यह निवेश प्रस्ताव यदि तीन दिनों की समिट के दौरान मूर्त रूप लेते हैं तो इससे फूड प्रोसेसिंग, फार्मा, डाटा सेंटर, लाजिस्टिक्स, सोलर एनर्जी, डिफेंस व एयरोस्पोस, आइटी व अन्य क्षेत्रों में 7.02 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा।