प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर पर पुस्तक के विमोचन कार्यक्रम में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि जो भारत का है उसकी सुरक्षा प्रतिष्ठा भारत के ही साथ जुड़ी है। विभाजन के बाद भारत से स्थलांतर करके पाकिस्तान में गए मुसलमानों की प्रतिष्ठा पाकिस्तान में भी नहीं है।
नई दिल्ली । प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर पर पुस्तक के विमोचन कार्यक्रम में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि जो भारत का है, उसकी सुरक्षा, प्रतिष्ठा भारत के ही साथ जुड़ी है। विभाजन के बाद भारत से स्थलांतर करके पाकिस्तान में गए मुसलमानों की प्रतिष्ठा पाकिस्तान में भी नहीं है। जो भारत का है, वो भारत का ही है।
शादी के लिए हो रहे धर्म परिवर्तन पर चिंता
इससे पहले आरएसएस सर संघचालक मोहन भागवत ने शादी के लिए हो रहे धर्म परिवर्तन पर चिंता जाहिर की थी। उन्होंने कहा कि शादी के लिए धर्म परिवर्तन कैसे होता है? हिंदू लड़के और लड़कियां दूसरे धर्म में कैसे बदल रहे हैं? छोटे-छोटे स्वार्थों के लिए ऐसा हो रहा है। ऐसा करने वाले लड़के-लड़कियां गलत कर रहे हैं।
धर्म पर गर्व करना सिखाने की जरूरत
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है कि हम अपने बच्चों को तैयार नहीं करते हैं। हमें उन्हें खुद पर और अपने धर्म पर गर्व करना सिखाने की जरूरत है। वहीं मोहन भागवत ने उत्तराखंड में आयोजित परिवार प्रबोधन कार्यक्रम में कुटुंब के लिए छह मंत्र दिए। उन्होंने भाषा, भोजन, भजन, भ्रमण, भूषा और भवन के जरिये अपनी जड़ों से जुड़े रहने का संदेश दिया।
कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि वीर सावरकर जी महान स्वतंत्रता सेनानी थे इसमें कहीं दोमत नहीं हैं। किसी भी विचारधारा के चश्मे से देखकर राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान को अनदेखा करना, अपमानित करना ऐसा काम है जिसे कभी माफ नहीं किया जा सकता।