इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 2021 के 14वें सीजन में वीवो को टॉप स्पॉन्सर बनाया जाएगा या नहीं, इस पर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) और वीवो के बीच अभी तक कोई समझौता नहीं हुआ है। हालांकि बीसीसीआई ने गुरुवार को जारी आईपीएल ऑक्शन लिस्ट में वीवो का नाम रखा था, लेकिन दोनों के बीच समझौता होना बाकी है। आईपीएल के एक अधिकारी ने कहा कि मूल समझौते के अनुसार हमें यह बताया गया है कि, नीलामी तक इसे वीवो आईपीएल ही कहा जाएगा। भारत की बढ़ीं मुश्किलें, इंग्लैंड के खिलाफ फील्डिंग नहीं कर रहे पुजारा पिछले समझौते पर केवल पिछले साल 31 दिसंबर तक रोक लगाई थी और एक जनवरी से मूल समझौता हो गया है, जब तक कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की जाती, तब तक आईपीएल का ब्रांड नाम यही रहेगा। एक अन्य अधिकारी ने कहा कि बीसीसीआई मूल कॉन्ट्रैक्ट के हिसाब से चल रहा है और वीवो को सभी लाभों का फायदा पहुंचा रहा है। अब यह वीवो पर है कि वह आईपीएल का टाइटल प्रायोजक बनने में दिलचस्प है या नहीं। उसे इसके लिए अभी भुगतान करना होगा। भारत के खिलाफ इंग्लैंड के गेंदबाजों का जलवा, बना डाला वर्ल्ड रिकॉर्ड उल्लेखनीय है कि बीसीसीआई और चीनी कंपनी वीवो ने भारत-चीन सीमा पर तनाव और देश में चीन विरोधी भावनाओं के कारण पिछले सीजन में एक साल के लिए पांच साल के कॉन्ट्रैक्ट को रोक दिया था। इसके बाद ड्रीम 11 पिछले सीजन में आईपीएल का टाइटल प्रायोजक बना था, लेकिन वह बीसीसीआई के साथ समझौता करने को लेकर उत्सुक नहीं है। हालांकि आईपीएल के अध्यक्ष बृजेश पटेल और वीवो ने इस पर कोई टिप्पणी करने से इनकार किया है।

इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 2021 के 14वें सीजन में वीवो को टॉप स्पॉन्सर बनाया जाएगा या नहीं, इस पर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) और वीवो के बीच अभी तक कोई समझौता नहीं हुआ है। हालांकि बीसीसीआई ने गुरुवार को जारी आईपीएल ऑक्शन लिस्ट में वीवो का नाम रखा था, लेकिन दोनों के बीच समझौता होना बाकी है। आईपीएल के एक अधिकारी ने कहा कि मूल समझौते के अनुसार हमें यह बताया गया है कि, नीलामी तक इसे वीवो आईपीएल ही कहा जाएगा।

पिछले समझौते पर केवल पिछले साल 31 दिसंबर तक रोक लगाई थी और एक जनवरी से मूल समझौता हो गया है, जब तक कोई  वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की जाती, तब तक आईपीएल का ब्रांड नाम यही रहेगा। एक अन्य अधिकारी ने कहा कि बीसीसीआई मूल कॉन्ट्रैक्ट के हिसाब से चल रहा है और वीवो को सभी लाभों का फायदा पहुंचा रहा है। अब यह वीवो पर है कि वह आईपीएल का टाइटल प्रायोजक बनने में दिलचस्प है या नहीं। उसे इसके लिए अभी भुगतान करना होगा।

पर तनाव और देश में चीन विरोधी भावनाओं के कारण पिछले सीजन में एक साल के लिए पांच साल के कॉन्ट्रैक्ट को रोक दिया था। इसके बाद ड्रीम 11 पिछले सीजन में आईपीएल का टाइटल प्रायोजक बना था, लेकिन वह बीसीसीआई के साथ समझौता करने को लेकर उत्सुक नहीं है। हालांकि आईपीएल के अध्यक्ष बृजेश पटेल और वीवो ने इस पर कोई टिप्पणी करने से इनकार किया है।

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