इंडोनेशिया के सुमात्रा द्वीप पर भारी बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ से 67 लोगों की मौत हो गई और 20 लोग लापता हो गए। इस दौरान 44 लोग घायल भी हुए हैं। बाढ़ की वजह से कई घर पानी में बह गए। इसके कारण 1500 परिवारों को मजबूरन अस्थायी ठिकानों पर जाना पड़ा है। सरकार की ओर से राहत कार्य लगातार जारी है।
तनह दातार। बारिश कराने के लिए आपने क्लाउड सीडिंग का प्रयोग करते सुना होगा। लेकिन बाढ़ग्रस्त इलाके में और बारिश न हो इसके लिए इंडोनेशिया क्लाउड सीडिंग का प्रयोग कर रहा है। दरअसल, इंडोनेशिया के सुमात्रा द्वीप पर भारी बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ से 67 लोगों की मौत हो गई और 20 लोग लापता हो गए। इस दौरान 44 लोग घायल भी हुए हैं। बाढ़ की वजह से कई घर पानी में बह गए। इसके कारण 1500 परिवारों को मजबूरन अस्थायी ठिकानों पर जाना पड़ा है।
सरकार की ओर से राहत कार्य किया जा रहा है, लेकिन मौसम विभाग ने और अधिक बारिश की आशंका जताई है। इससे डर है कि राहत कार्य में बाधा उत्पन्न हो सकती है। इसे टालने के लिए अधिकारी क्लाउड सीडिंग पद्धति का प्रयोग कर बाढ़ग्रस्त इलाके में होने वाली बारिश को पहले करवाने का प्रयास कर रहे हैं। इसके लिए बुधवार को बादलों पर बड़ी मात्रा में सोडियम क्लोराइड का छिड़काव किया गया।
इंडोनेशिया में तेज बारिश की वजह से अक्सर भूस्खलन और बाढ़ की समस्या का सामना करना पड़ता है। पहाड़ों से आने वाले मलवे की वजह से आसपास रहने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।