इन खिलाड़ियों के गलत चयन को लेकर सवालों के घेरे में आई चयनसमिति,

भारतीय क्रिकेट टीम की चयनसमिति सवालों के घेरे में खड़ी हो गई है क्योंकि इंग्लैंड दौरे पर गई टीम के ओपनर शुभमन गिल चोटिल हो गए हैं और उनके स्थान पर पृथ्वी शॉ और देवदत्त पडीक्कल को नहीं चुना गया है।

 

नई दिल्ली, पीटीआइ। भारतीय क्रिकेट टीम इस समय इंग्लैंड के दौरे पर है, जहां दोनों देशों के बीच अगले महीने से टेस्ट सीरीज शुरू होनी है। इससे पहले भारत को शुभमन गिल के रूप में बड़ा झटका लगा, जो टेस्ट सीरीज से चोट के चलते बाहर हो गए हैं। ऐसे में भारतीय टीम प्रबंधन शुभमन गिल के स्थान पर युवा सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ और देवदत्त पडीक्कल को टीम में रखना चाहता था, लेकिन सवाल उठ रहे हैं कि क्या चयनसमिति के अध्यक्ष चेतन शर्मा भी ऐसा चाहते थे?

सवाल यह भी उठ रहे हैं कि बंगाल के सलामी बल्लेबाज अभिमन्यु मिथुन को 2019-20 के रणजी सत्र में लचर प्रदर्शन करने और भारत-ए के न्यूजीलैंड दौरे में भी रन नहीं बनाने के बावजूद इंग्लैंड गई टीम में कैसे स्टैंडबाई रखा गया? इसमें कोई दो राय नहीं कि ईश्वरन टेस्ट क्रिकेट खेलने के लिए तैयार नहीं थे तथा शॉ और पडीक्कल जैसे खिलाड़ियों पर उन्हें प्राथमिकता देने से कई लोगों की भौंहे तन गई हैं।

 

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) के एक सूत्र ने कहा, “शुभमन गिल चोटिल होने के कारण इंग्लैंड के पूरे दौरे से बाहर हो गए हैं। उन्हें फिट होने में कम से कम तीन महीने का समय लगेगा। पिछले महीने टीम के प्रशासनिक प्रबंधक ने पूर्व तेज गेंदबाज चेतन शर्मा को पत्र भेजकर दो अन्य सलामी बल्लेबाजों को ब्रिटेन भेजने के लिए कहा था।”

गिल की चोट की स्थिति जानने के बावजूद माना जा रहा है कि चेतन शर्मा ने टीम प्रबंधन के अनुरोध पर खास ध्यान नहीं दिया। अब देखना यह है कि क्या टीम प्रबंधन शॉ और पडीक्कल को भेजने के लिए बीसीसीआइ अध्यक्ष सौरव गांगुली और सचिव जय शाह से औपचारिक अनुरोध करता है। शाह चयन समिति के संयोजक भी हैं। सूत्र ने कहा, “शॉ और पडीक्कल को भेजने के लिए बीसीसीआइ अध्यक्ष को अभी तक औपचारिक अनुरोध नहीं मिला है। ये दोनों बल्लेबाज अभी सीमित ओवरों की सीरीज के लिए श्रीलंका में हैं, लेकिन 26 जुलाई को यह दौरा समाप्त होने के बाद दोनों इंग्लैंड जा सकते हैं, लेकिन मुझे लगता है कि टीम प्रबंधन उन्हें पहले टीम में जोड़ना चाहता है।”

असल में चेतन शर्मा ने यदि पिछले महीने टीम प्रबंधन के अनुरोध पर गौर किया होता तो शॉ और पडीक्कल अभ्यास मैच के लिए सही समय पर इंग्लैंड पहुंच सकते थे। क्या टीम प्रबंधन ने विशेषकर शॉ को भेजने के लिए कहा है, इस सवाल पर सूत्र ने कहा, “उन्हें आधिकारिक मेल करने दो और फिर उसे आगे बढ़ाया जा सकता है। इंग्लैंड दौरे पर 23 खिलाड़ी गए हैं और यदि हम ईश्वरन को नहीं भी गिनते तब भी उनके पास तीन विशेषज्ञ सलामी बल्लेबाज हैं।”

पृथ्वी के बजाय ईश्वरन को प्राथमिकता देने पर एक पूर्व चयनकर्ता ने कहा, “उनकी तुलना भी नहीं की जा सकती। पृथ्वी कौशल के मामले में ईश्वरन से मीलों आगे हैं और यह नहीं भूलना चाहिए कि वह टेस्ट शतक लगा चुके हैं और अभी अच्छी फार्म में हैं। उन्हें श्रीलंका में नहीं, इंग्लैंड में होना चाहिए था।”

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