ईरान की मुद्रा के अवमूल्यन के कारण तेहरान सरकार को विदेशी मुद्राओं को रोकने के लिए बाध्य होना पड़ा है। अवमूल्यन के कारण ईरान अपने तेल और प्राकृतिक गैस के बदले जे-10सी हेवीवेट खरीदना चाहता है लेकिन चीन इस दिशा में कदम बढ़ाने से हिचकिचा रहा है।
बीजिंग, चीन तेल या प्राकृतिक गैस के बदले ईरान को अपना जे-10सी हेवीवेट लड़ाकू विमान देने में हिचकिचा रहा है। सैन्य विश्लेषक मिन्नए चान ने साउथ चाइना मार्निग पोस्ट में लिखा है कि तेहरान 36 उन्नत चीनी लड़ाकू विमान खरीदना चाहता है, लेकिन उसे नकदी जुटाने में कठिनाई हो सकती है।
तेहरान पर 13 साल से चला आ रहा हथियार प्रतिबंध अक्टूबर 2020 में समाप्त हो गया
साउथ चाइना मार्निग पोस्ट के अनुसार, चीनी मीडिया में ईरान की जे-10सी में रुचि के बारे में खबरें आई हैं। तेहरान पर संयुक्त राष्ट्र का 13 साल से चला आ रहा हथियार प्रतिबंध अक्टूबर 2020 में समाप्त हो गया। प्रतिबंध के तहत ईरान टैंक और लड़ाकू विमान जैसे विदेशी हथियारों की खरीद नहीं कर सकता था।
ईरान की मुद्रा के अवमूल्यन के कारण सरकार को विदेशी मुद्राओं को रोकने के लिए बाध्य होना पड़ा
बीजिंग स्थित सैन्य विज्ञान एवं तकनीक संस्थान युयान यान वांग थिंक टैंक से जुड़े शोधकर्ता झोउ चेन्मिंग का मानना है कि हाल के वर्षो में ईरान की मुद्रा के अवमूल्यन के कारण तेहरान सरकार को विदेशी मुद्राओं को रोकने के लिए बाध्य होना पड़ा है।
ईरान तेल के बदले जे-10सी हेवीवेट खरीदना चाहता है, लेकिन चीन देने में हिचकिचा रहा
अवमूल्यन के कारण ईरान अपने तेल और प्राकृतिक गैस के बदले जे-10सी हेवीवेट खरीदना चाहता है, लेकिन चीन इस दिशा में कदम बढ़ाने से हिचकिचा रहा है।