रुड़की के नारसन में शुक्रवार को हुए क्रिकेटर ऋषभ पंत के कार हादसे के मामले में जांच-पड़ताल करने के लिए दिल्ली से सेव लाइफ फाउंडेशन की टीम पहुंची। टीम ने फिर बारीकी से क्रिकेटर ऋषभ पंत की जली कार का मुआयना किया।
रुड़की : रुड़की के नारसन में शुक्रवार को हुए क्रिकेटर ऋषभ पंत के कार हादसे के मामले में जांच-पड़ताल करने के लिए दिल्ली से सेव लाइफ फाउंडेशन की टीम पहुंची। सोमवार को भी दिल्ली से सेव लाइफ फाउंडेशन की एक टीम नारसन में पहुंची।
टीम ने फिर बारीकी से क्रिकेटर ऋषभ पंत की जली कार का मुआयना किया। टीम में आई टेक्निकल टीम ने पूरी कार को नए सिरे से देखा। इसके बाद टीम ने फिर से राष्ट्रीय राजमार्ग की छानबीन शुरू कर दी।
जगह-जगह से फिर से वीडियोग्राफी की जा रही है। साथ ही डिवाइडर आदि की भी वीडियोग्राफी कर रही है। टीम ने बताया है कि उनकी ओर से अभी जांच-पड़ताल पूरी नहीं हो सकी है। उनका काम जांच कर रिपोर्ट राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण दिल्ली हेड क्वार्टर को देना है।
दरअसल, ऋषभ पंत खुद यह बता चुके हैं कि नींद की झपकी आने के कारण उनका एक्सीडेंट हुआ। हादसे के बाद दुर्घटनास्थल पर पहुंची पुलिस को प्रत्यक्षदर्शियों ने भी ऐसी कोई बात नहीं बताई, जिसकी सत्यता जानने के लिए जांच कराई जाए।
पुलिस का मानना है कि यदि कोई वाहन या व्यक्ति ऋषभ की गाड़ी से टकराता तो जांच की आवश्यकता होती। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार अजय सिंह ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि पुलिस हादसे की सूचना पर पहुंची तो ऋषभ लहूलुहान थे। उन्हें रुड़की के एक निजी अस्पताल ले जाया गया और कुछ ही देर में देहरादून रेफर कर दिया गया। इस बीच मेडिकल कराने की न तो जरूरत थी और न समय। इसलिए कोई जांच नहीं हो रही है।