मध्यांचल ने उन्नीस जिलों को छह जोन में बांट रखा है। मुख्य अभियंता और अधीक्षण अभियंता को निर्देश है कि ओटीएस का लाभ बकाएदारों तक पहुंचाएं। टीमें लगाई गई हैं। नब्बे लाख से अधिक बिजली उपभोक्ता हैं। इनमें 77 लाख के आसपास किसी न किसी रूप में बकाएदार हैं।
लखनऊ, एक मुश्त समाधान ओटीएस इस बार मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड को आर्थिक संकट से उबारने का काम कर रहा है। एक जून से शुरू हुई ओटीएस से बिजली विभाग ने छह जून तक मध्यांचल के खाते में 34 करोड़ 91 लाख 74 हजार 216 करोड़ से अधिक रुपये आ गए। हालांकि यह आंकड़ा मध्यांचल के अंतर्गत आने वाले उन्नीस जिलों का है। करीब एक लाख बिजली बकाएदारों द्वारा अपना पंजीकरण कराया गया और ब्याज माफ कराकर राशि जमा की गई। सबसे अधिक राजस्व बरेली जोन और लखनऊ जोन से आया। मध्यांचल एमडी अनिल ढींगरा ने सभी बिजली उपकेंद्रों, ई सुविधा केंद्राें के साथ ही ओटीएस का लाभ आनलाइन भी उठाने की अपील बकाएदारों से की है।
मध्यांचल ने उन्नीस जिलों को छह जोन में बांट रखा है। यहां के मुख्य अभियंता और अधीक्षण अभियंता को सीधे निर्देश हैं कि ओटीएस का लाभ बकाएदारों तक पहुंचाए। इसके लिए टीमें लगाई गई हैं। कुल नब्बे लाख से अधिक बिजली उपभोक्ता हैं इनमें 77 लाख के आसपास किसी न किसी रूप में बकाएदार हैं। इनकी संख्या हर दिन काफी तेजी से कम हो रही है। इस बार ओटीएस की प्रकिया काफी आसान कर दी गई है। बकाएदार अपना बिल ई सुविधा केंद्र, बिजली उपकेंद्रों में दिखाकर ब्याज रहित बिल आसानी से बनवा सकते हैं।
एकमुश्त समाधान योजना के तहत एक लाख रुपये तक के बकाएदारों के लिए भुगतान अधिकतम छह किश्तों में जमा करने की सुविधा है और एक लाख रुपये से अधिक बकाएदारों के लिए भुगतान अधिकतम 12 किश्तों में जमा करने की सुविधा है। उपभोक्ता अधिक जानकारी के लिए टोल फ्री नंबर 1912 पर भी जानकारी ले सकता है। योजना 30 जून 2022 तक है।
जोन भुगतान करने वाले उपभाेक्ताओं की संख्या
- लेसा सिस 3,87,51,352
- अयोध्या जोन 6,23,60,173
- लखनऊ जोन द्वितीय 9,65,91,577.67
- बरेली जोन 9,59,09,723.91
- गोंडा जोन 2,85,79,804
- लेसा ट्रांसगोमती 2,69,81,585.57
- कुल : 34,91,74,216