बीती 18 जुलाई को सरकारी जमीन पर कब्जा करने को लेकर सुरार गांव के गंभीरपुर मजरे के बउवन और लालाराम के खिलाफ सचेंडी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। सोमवार को वह कानूनगो और लेखपाल के साथ बुलडोजर लेकर कब्जा ढहाने गए थे। आरोप है कि कब्जा ढहाते ही पूर्व प्रधान सहित 50 से ज्यादा लोगों ने उन पर हमला कर दिया।
कानपुर : सचेंडी में सरकारी जमीन पर कब्जा ढहाने गई राजस्व टीम को सोमवार शाम करीब 50 ग्रामीणों ने बंधक बना लिया। इस दौरान उन्होंने पथराव व तोड़फोड़ कर कानूनगो व तीन लेखपालों की गाड़ी क्षतिग्रस्त कर दी। किसी तरह उन्होंने भागकर जान बचाने का प्रयास किया तो ग्रामीणों ने दौड़ा लिया और बीच सड़क पर ही पीटा। किसी तरह राजस्व टीम ने पनकी एसीपी को सूचना दी तो सचेंडी और पनकी थाने की पुलिस पहुंची और उन्हें मुक्त कराया गया।
देर रात लेखपाल की तहरीर पर पुलिस ने छह नामजद समेत 50 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। बीरबली सचेंडी के सुरार गांव के लेखपाल हैं। बीती 18 जुलाई को उन्होंने ऊसर में दर्ज सरकारी जमीन पर कब्जा करने को लेकर सुरार गांव के गंभीरपुर मजरे के बउवन और लालाराम के खिलाफ सचेंडी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। सोमवार को वह कानूनगो राकेश कुमार, लेखपाल रविप्रकाश त्रिपाठी, आनंद शंकर पांडेय के साथ बुलडोजर (बैकहो लोडर) लेकर कब्जा ढहाने गए थे।
आरोप है कि कब्जा ढहाते ही पूर्व प्रधान रामकरन यादव, बउअन और लालाराम सहित 50 से ज्यादा लोगों ने उन पर हमला कर दिया। आरोपितों ने लेखपाल आनंद शंकर पांडेय और बीरबली को जमकर पीटा। इन धाराओं में दर्ज किया गया मुकदमा: इसके साथ ही पूरी टीम को बंधक बना पथराव कर गाड़ियां तोड़ दीं। पुलिस ने दो आरोपितों को हिरासत में लिया है। लेखपाल बीरबली ने रामकरन यादव, रामबाबू यादव, अशोक यादव, धीरेंद्र, अजय यादव व पंकज यादव और 44 अज्ञात लोगों के खिलाफ तहरीर दी। पनकी एसीपी तेजबहादुर सिंह ने बताया कि आरोपितों के खिलाफ मारपीट, बलवा, एससीएसटी, सरकारी कार्य में बाधा समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्जकर उनकी तलाश में दबिश दी जा रही है।
एसीपी ने कहा कि राजस्व टीम अगर पुलिस को सूचना दे देती तो फोर्स मुहैया करवा दिया जाता। लेखपालों ने हमले से नाराज होकर कार्य बहिष्कार का निर्णय लिया है। उनका कहना है कि जब तक सभी आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती, वे काम पर नहीं लौटेंगे।
सरकारी जमीन पर कब्जा करके दीवारें बनाई गई थीं। अंदर कमरे की भी दीवारें अधबनी थीं। राजस्व टीम कब्जा ढहाने गई थी, तभी ग्रामीणों ने बंधक बनाकर हमले के साथ पथराव व तोड़फोड़ की। छह मुख्य आरोपितों में दो को पुलिस ने पकड़ लिया है। सचेंडी थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। अभिनव गोपाल, एसडीएम सदर
लेखपाल कार्य बहिष्कार पर सदर तहसील में प्रदर्शन आज
सचेंडी में अवैध कब्जा ढहाने के दौरान पथराव, बंधक बनाकर मारपीट की घटना से आहत लेखपाल कार्य बहिष्कार पर चले गए हैं। जिले भर के लेखपाल मंगलवार को कार्य बहिष्कार के साथ सदर तहसील में प्रदर्शन भी करेंगे। आरोपितों को पकड़कर जेल भेजे जाने के साथ सुरक्षा की मांग करेंगे।
उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के जिलाध्यक्ष नरेंद्र तिवारी व जिला मंत्री कृष्ण कुमार मिश्रा ने बताया कि सचेंडी की घटना की जानकारी मिलते ही पदाधिकारी थाने पहुंच गए। मंगलवार को चारों तहसीलों के 250 लेखपाल व राजस्व कर्मी सदर तहसील में इकट्ठा होकर विरोध प्रदर्शन करेंगे। कार्य बहिष्कार के साथ सुरक्षा की मांग की जाएगी। अक्सर राजस्व टीम पर कार्रवाई के दौरान हमले होते हैं, लेकिन सटीक सुरक्षा के इंतजाम नहीं होने से समस्या रहती है।
कार्य बहिष्कार के साथ ही बैठक कर आगे की रणनीति बनाई जाएगी। अगर लेखपालों व राजस्व कर्मियों के लिए सुरक्षा, पैमाइश के दौरान आने वाली दिक्कतों को दूर करने के लिए सटीक हल नहीं निकाला गया तो आंदोलन और तेज भी किया जा सकता है।