केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री के पद से हटाकर थावरचंद गहलोत को कर्नाटक का राज्यपाल नियुक्त कर दिया गया है। 11 जुलाई को कर्नाटक हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस श्रीनिवास ओका उन्हें पद की शपथ दिलवाएंगे।
बेंगलुरु, प्रेट्र। थावरचंद गहलोत कर्नाटक के 19वें राज्यपाल के तौर पर 11 जुलाई को शपथ ग्रहण करेंगे। यह जानकारी राज्य सरकार की ओर से शुक्रवार को दी गई है। 11 जुलाई की सुबह साढ़े दस बजे शपथग्रहण समारोह का आयोजन राजभवन के ग्लास हाउस में किया जाएगा। राज्य सूचना विभाग की ओर से यह आधिकारिक तौर पर दी गई जानकारी में बताया गया कि कर्नाटक हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस अभय श्रीनिवास ओका नए राज्यपाल के तौर पर गहलोत को शपथ दिलाएंगे।
वजुभाई वाला की जगह लेंगे गहलोत
73 वर्षीय गहलोत केंद्र में केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थेे। इसके अलावा वे 1996-97, 1998-99, 1999-2004 और 2004 से 2009 तक देवास-शाजापुर संसदीय क्षेत्र से लगातार चुनाव जीत चुके हैं। इसके बाद 2012 से अब तक राज्यसभा के सदस्य हैं। उन्हें केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय सौंपा गया।राज्यसभा में सदन के नेता रह चुके हैं। अब वजुभाई वाला की जगह लेंगे जो वर्ष 2014 से कर्नाटक के राज्यपाल थे। 6 जुलाई को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इस पद पर थावरचंद गहलोत की नियुक्ति का ऐलान किया।
1962 में राजनीति में रखा कदम
मध्यप्रदेश के उज्जैन में 18 मई 1948 को पैदा हुए दलित नेता गहलोत ने विक्रम यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट किया। 1962 में वे राजनीति में आए। 2006 और 2014 के बीच जब वे पार्टी के जनरल सेक्रेटरी थे तब कर्नाटक के इंचार्ज रह चुके हैं और इसलिए गहलोत यहां से भली-भांति परिचित हैं। 1996 से 2009 तक गहलोत ने शाजापुर से लोकसभा सदस्य के तौर पर काम किया। 2009 में वे लोकसभा चुनाव हार गए और 2012 में राज्यसभा भेज दिए गए। हालांकि 83 वर्षीय वजुभाई वाला ने अपने पांच साल का कार्यकाल 2019 के अगस्त में पूरा का लिया था लेकिन केंद्र की ओर से नए नाम का ऐलान न किए जाने के कारण वे अपने पद पर बने रहे।