यह प्रधानमंत्री द्वारा संबोधित दूसरा वेबिनार था। गुरुवार को उन्होंने हरित विकास विषय पर विस्तार से बात की थी। कुल मिलाकर वह 11 मार्च तक 12 पोस्ट-बजट वेबिनार को संबोधित करने वाले हैं। बजट उल्लिखित सप्तऋषि प्राथमिकताओं के निर्माण के लिए विभिन्न मंत्रालयों/विभागों द्वारा वेबिनार आयोजित किए जा रहे हैं।
नई दिल्ली, एजेंसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि केंद्रीय बजट 2023-24 पिछले 8-9 वर्षों की तरह ही कृषि क्षेत्र पर केंद्रित है। इसमें तिलहन और खाद्य तेलों पर भारत की आयात निर्भरता को कम करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी कृषि और सहकारी क्षेत्रों के हितधारकों के साथ बजट के बाद के वेबिनार को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत का कृषि बजट कई गुना बढ़कर 1.25 लाख करोड़ रुपये हो गया है।
हितधारकों को साथ लाने के लिए हो रहे हैं वेबिनारपीएम मोदी ने यह भी कहा कि सहकारिता क्षेत्र में एक नई क्रांति हो रही है। उन्होंने आगे कहा कि सहकारी क्षेत्र, जो पहले केवल कुछ राज्यों तक सीमित था, अब पूरे देश में फैलाया जा रहा है। बजट घोषणाओं के कार्यान्वयन में तालमेल लाने के लिए सभी हितधारकों को एक साथ लाने के लिए बजट के बाद के वेबिनार के विचार की परिकल्पना प्रधानमंत्री ने की थी। बताते चलें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी को लोकसभा में केंद्रीय बजट पेश किया।