केदारनाथ दर्शनों को आने वाले तीर्थ यात्रियों की मौत का सिलसिला नहीं थम रहा है। बीते रोज केदारनाथ धाम में मुंबई के दो और गुजरात के एक तीर्थ यात्री की मौत हो गई। अब तक कुल 146 तीर्थ यात्रियों की मौत हो चुकी है।
रुद्रप्रयाग : केदारनाथ दर्शनों को आने वाले 146 तीर्थयात्रियों की अब तक मौत हो चुकी है। वहीं रविवार को तीन यात्रियों की हृदय गति रुकने से मौत हुई। वहीं अब तक कुल एक लाख 95 हजार 832 यात्रियों का उपचार केदारनाथ धाम व पैदल मार्ग पर किया जा चुका है। जबकि 12 हजार से अधिक यात्रियों को आक्सीजन दी गई।
तीन तीर्थ यात्रियों ने तोड़ा दम
गत रविवार को 29 वर्षीय आशीष मोरे निवासी मुंबई थाने की भीमबली में अचानक तबियत बिगड़ गई, जिससे गौरीकुंड लाते समय उनकी मौत हो गई।
75 वर्षीय जुवन सिंह निवासी जामनगर गुजरात की मंदिर परिसर के पास अचानक तबितय बिगड़ गई, चिकित्सालय पहुचाने पर डाक्टरों ने मृत घोषित कर देगा।
57 वर्षीय अंजली गोविन्द निवासी काठकोपर वेस्ट मुंबई की केदारनाथ पैदल मार्ग पर तबियत बिगड़ गई, गौरीकुंड लाने पर उसे डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
केदारनाथ धाम की विषम भौगोलिक परिस्थितियों व आक्सीजन की कमी, ठंड अधिक होने से यात्रियों की प्रत्येक वर्ष असमय मौत हो जाती है।
किया जा रहा है स्वास्थ्य परीक्षणमुख्य चिकित्सा अधिकारी डा एचसीएस. मार्तोलिया ने बताया कि श्री केदारनाथ धाम में दर्शन करने आ रहे श्रद्धालुओं में यदि किसी का स्वास्थ्य खराब हो जाता है तो स्वास्थ्य विभाग द्वारा तत्परता से स्वास्थ्य परीक्षण करते हुए उपचार किया जा रहा है।
चिकिस्तकों की टीम है तैनातजिसके लिए यात्रा मार्ग से श्री केदारनाथ धाम तक चिकित्सकों की तैनाती की गई है। चिकित्सकों द्वारा ओपीडी के माध्यम से श्रद्धालुओं का स्वास्थ्य परीक्षण एवं उपचार किया जा रहा है।
बताया कि सोमवार को 885 श्रद्धालुओं का स्वास्थ्य परीक्षण एवं उपचार कराया गया, जिसमें 597 पुरुष तथा 288 महिलाएं शामिल हैं।
अब तक ओपीडी के माध्यम से 195832 श्रद्धालुओं का स्वास्थ्य परीक्षण एवं उपचार किया गया है। इसमें 1,43,740 पुरुष और 52092 महिलाएं शामिल हैं।
सोमवार को कुल 94 यात्रियों को आक्सीजन उपलब्ध कराया गया। अब तक 12688 यात्रियों को आक्सीजन की सुविधा उपलब्ध कराई जा चुकी है।