कैप्‍टन अमरिंदर सिंह का सीएम पद से इस्‍तीफा, कहा- मेरा अपमान किया गया, खुले हैे सभी विकल्‍प

मुख्‍यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह से इस्‍तीफा दे दिया है।। उन्‍होंने राजभवन पहुंचकर राज्‍यपाल को अपना इस्‍तीफा सौंप दिया है। उन्‍होंने कहा कि उनका अपमान किया गया व उनके भविष्‍य के सभी विकल्‍प खुले हुए हैं।

 

चंडीगढ़, कैप्‍टन अमरिंदर सिंह कांग्रेस विधायक दल की बैठक से पहले सीएम पद से इस्‍तीफा दे दिया है। कैप्‍टन ने राजभवन पहुंच कर राज्‍यपाल को इस्‍तीफा दे दिया। राजभवन के बाहर उन्‍होंने कहा कि उन्‍होंने सुबह ही कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी काे अपने इस्‍तीफे की जानकारी दे दी थी। मेरा अपमान किया गया। सरकार चलाने को लेेकर लेकर संदेह किया गया। मैंं अपने समर्थकों के साथ बैठक कर भविष्‍य की रणनीति तय करुंगा। दूसरी ओर, कैप्‍टन अमरिंदर सिंह के राजनीतिक सलाहकार कैप्‍टन संदीप संधू और मुख्यमंत्री के चीफ प्रिंसिपल सेक्रेटरी सुरेश कुमार ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।

कैप्‍टन के राजनीतिक सलाहकार व चीफ प्रिंसिपल सेक्रेटरी ने भी दिया इस्‍तीफा

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित को अपना इस्तीफा सौंपा। उनके साथ उनके चीफ प्रिंसिपल सेक्रेटरी सुरेश कुमार, सांसद पत्नी परनीत कौर व अन्य वरिष्ठ सहयोगी भी थे। कैप्‍टन ने अपने सरकारी आवास पर अपने समर्थक मंत्रियों व विधायकों के साथ बैठक की।

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राजभवन के बाहर मीडिया से बात करते हुए कैप्‍टन अमरिंदर सिंह।(एएनआइ)

बाद में राजभवन के बाहर मीडिया से बातचीत में कैप्‍टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि पिछले दो महीने में यह तीसरी बार हाेगा कि विधायकों बैठक होगी। मेरे सरकार चलाने पर संशय पैदा किया गया। मैं अपमानित महसूस कर रहा था और इसी कारण इ्रस्‍तीफा देने का फैसला किया। उन्‍होंने कहा, कहना चाहता हूं कि मैंने इस्तीफा दे दिया है। मेरी भविष्‍य की राजनीति के सभी विकल्प खुले हैं। मैं उसको यूस कर सकता हूं। मैं अपने साथियों के साथ बैठक कर भविष्‍य की रणनीति तय करुंगा।

कैप्‍टन अमरिंदर ने कहा, मैं कांग्रेस में ही हूं। अपने साथियों से बात करूंगा फिर अपना भविष्य की रणनीति तय करूंगा।  कैप्टन ने स्पष्ट किया कि मैंने केवल मुख्‍यमंत्री पद इस्तीफा दिया है। कैप्टन ने कहा कि जिस तरह की बातें हो रही थीं उससे मैं पिछले काफी समय से अपमानित महसूस कर रहा था।

कैप्‍टन अमरिंदर सिंह ने की समर्थक विधायकों, सांसदों व मंत्रियों के संग बैठक

 

इससे पहले पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह सिसवां फार्म हाउस से निकलकर  अपनी सेक्टर दो स्थित अपनी सरकारी रिहायश पर पहुंचे थे। वहां उन्‍होेंने अपने समर्थक मंत्रियों ,विधायकों व सांसदों से मीटिंग की। इस मीटिंग में सांसद मोहम्मद सद्दीक, जसबीर सिंह डिंपा, मनीष तिवारी, रवनीत बिट्टू, गुरजीत औजला भी माैजूद थे। इसके अलावा मंत्री विजय इंद्र सिंगला ,साधू सिंह धर्मसोत, डिप्टी स्पीकर अजायब सिंह भट्टी, राकेश पांडे, रमनजीत सिंह सिक्की, राजकुमार चब्बेवाल, राणा गुरमीत सिंह सोढी, ब्रह्म मोहिंदरा, नवतेज सिंह चीमा, तरसेम सिंह डीसी, रजिंदर सिंह, हरप्रताप सिंह अजनाला और केवल ढिल्लों भी बैठक में शामिल हुए।

 

कुछ देर मीटिंग के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह को छोड़कर सभी कांग्रेस भवन में सीएलपी की मीटिंग मेंशामिल होने के लिए चले गए। कैप्‍टन अमरिंदर सिंह के मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल ने बताया कि कैप्टन साढ़े चार बजे प्रेस कान्फ्रेंस करेंगे। वह राजभवन के बाहर प्रेस कान्फ्रेंस करेंगे।

कांग्रेस की कार्यवाहक राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष सोनिया गांधी ने उनसे सुबह इस्‍तीफा मांग लिया था। कैप्टन अमरिंदर सिंह से मिलने विधानसभा अध्यक्ष राणा केपी सिंह व उनकी कैबिनेट के वरिष्ठ मंत्री ब्रह्म मोहिंदरा सहित कई नेता पहुंचे। कैप्टन के विधायक दल की बैठक में आने पर संशय है।

मंत्रियों और विधायकों का कांग्रेस भवन पहुंचना शुरू

पंजाब कांग्रेस भवन में राज्‍य मंत्रियों और विधायकों का पहुंचना शुरू हो गया है। कैबिनेट मंत्री साधू सिंह धर्मसोत, ब्रह्म मोहिंद्रा, रजिया सुल्‍तान और साधू सिंह धर्मसोत पंजाब भवन पहुंच गए हैं। धर्मसाेत और ब्रह्म मोहिंद्रा ने इससे पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह से कांग्रेस भवन पहुंचे। कांग्रेस विधायक कुलजीत नागर पहुंचे। मुख्यमंत्री के करीबी मंत्री राणा गुरमीत सिंह कांग्रेस भवन पहुंचे।

हरीश रावत व केंद्रीय पर्यवेक्षक चंडीगढ़ पहुंचे

नए मुख्‍यमंत्री का चुनाव करने के लिए कांग्रेस विधायक दल की बैठक आज शाम पांच बजे होगी। दूसरी ओर, नए मुख्‍यमंत्री के तौर पर सुनील जाखड़ का नाम सबसे आगे चल रहा है। पंजाब कांग्रेस भवन में गतिविधियां तेज हो गई है। पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत और दोनों केंद्रीय पर्यवेक्षक अजय माकन व हरीश राय चाैधरी चंडीगढ़ पहुंच गए हैं।

बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह कांग्रेस विधायक दल की बैठक से पहले इस्तीफा दे देंगे। सीएम के अति निकटवर्ती सूत्रों का कहना है कि वह विधायक दल की बैठक में शामिल होने से पहले ही अपना इस्तीफा सौंप सकते हैं। इसके लिए राज्यपाल से समय मांगा गया है कि नहीं, इस बारे में अभी कुछ स्पष्ट नहीं हो पाया है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पार्टी से मुलाकात करने  सीनियर नेता और कैबिनेट में नंबर दो मंत्री स्थानीय निकाय मंत्री ब्रह्म मोहिंदरा और स्पीकर राणा केपी सिंह उनके सरकारी आवास  पहुंचे। कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत पर्यवेक्षक हरीश चौधरी अजय माकन नवजोत सिंह सिद्धू के साथ कांग्रेस भवन पहुंच गए हैं।

चंडीगढ़ कांग्रेस भवन के आसपास कड़ी सुरक्षा

दूसरी ओर चंडीगढ़ के पंजाब कांग्रेस भवन व उसके आसपास कड़ी सुरक्षा कर दी गई है। थोड़ी देर पहले तक कांग्रेस भवन के सामने बम स्क्वायड और डॉग स्क्वायड की टीम ने भी पूरे इलाके में जांच की। पहले यह अनुमान लगाया जा रहा था कि कैप्टन अमरिंदर सिंह कांग्रेस भवन आ सकते हैं, लेकिन बदले हालातों में यह संकेत मिल रहे हैं कि अब कैप्टन कांग्रेस भवन नहीं आएंगे। कैबिनेट मंत्री रजिया सुल्ताना अपने पति पूर्व डीजीपी व नवजोत सिंह सिद्धू के प्रधान सलाहकार मो. मुस्तफा के साथ पहुंचीं।

पंजाब कांग्रेस भवन  में हलचल तेज, विधायकों को नए नेता के लिए टटोलेंगे रावत और पर्यवेक्षक

पिछले कई दिनों से उन्हें हटाने की तैयारी चल रही थी। अब आज शाम में कांग्रेस विधायक दल की बैठक में नए सीएम के बारे में फैसला होने की संभावना है। पंजाब कांग्रेस भवन में शाम पांच बजे विधायक दल की बैठक होगी। दूसरी ओर, कैप्‍टन अमरिंदर सिंह ने अपने समर्थकाें की दो बजे होने वाली बैठक को रद कर दिया है। नए सीएम के तौर पर पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्‍यक्ष सुनील जाखड़ और पंजाब कांग्रेस अध्‍यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के नाम आगे चल रहे हैं।

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चंडीगढ़ में हरीश रावत और कांग्रेस के केंद्रीय पर्यवेक्षकों का स्‍वागत करते नवजोत सिंह सिद्धू।

दूसरी पंजाब कांग्रेस भवन में हलचल तेज हो गई है। एएनआइ के अनुसार, पंजाब के तीन बागी मंत्री तृप्‍त राजिंदर सिंह बाजवा, चरणजीत सिंह चन्‍नी और सुखजिंदर सिंह रंधावा पंजाब कांग्रेस भवन पहुंच गए हैं। पंजाब विधानसभा के स्‍पीकर राणा केपी सिंह भी प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पहुंचे हैं।

कैप्‍टन अमरिंदर सिंह ने सोनिया गांधी को फाेन कर इस्‍तीफा देने की धमकी देने की चर्चा

सूत्रों ने कहा है कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सोनिया गांधी को फोन करके कहा है कि उन्हें इस तरह की ह्यूमिलेशन बर्दाश्त नहीं है। अगर आज यह क्‍लेश खत्म नहीं हुआ तो वह इस्तीफा दे देंगे। यह भी कहा जा रहा है कि उन्होंने यह बात कांग्रेस के सीनियर नेता कमलनाथ से भी की है। हालांकि इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है। दूसरी ओर, यह भी चर्चा है कि कैप्‍टन ने सीएम पद से हटाने पर कांग्रेस छोड़ने की भी धमकी दी है। वैसे इसकी पुष्टि नहीं हुई है। खबर आ रही है कि उन्होंने हाई कमान को कहा है कि पार्टी का यह क्लेश खत्म न हुआ तो वह पार्टी भी छोड़ देंगे।

कैप्‍टन ने समर्थक विधायकों की बैठक रद की

दूसरी ओर, कैप्टन अमरिंदर सिंह ने दो बजे वाली मीटिंग को रद कर दिया है। दरअसल आज सुबह से ही कैप्टन अमरिंदर सिंह की टीम अपने समर्थक विधायकों को फोन करके इस मीटिंग में आने के लिए कह रह थी लेकिन हाई कमान का रुख देखते हुए विधायकों ने बैठक में आने को लेकर बहानेबाजी शुरू कर दी। सभी विधायक कह रहे हैं कि वे अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र में व्यस्त हैं। इसे देखते हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपनी बैठक को रद कर दिया है।

नए सीएम के लिए सुनील जाखड़ और नवजोत सिद्धू का नाम चर्चा में, कांग्रेस विधायक दल की शाम में बैठक

अब पंजाब में विधानसभा चुनाव को मात्र छह महीने का ही समय बचा है, ऐसे में कांग्रेस ने अपने सबसे मजबूत मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह का इस्तीफा मांग लिया है। हालांकि अभी अधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है लेकिन बताया जा रहा है कि पंजाब मामलों के प्रभारी हरीश रावत चंडीगढ़ पहुंच रहे हैं। कैप्टन से उन्हें इस्तीफा सौंपने को कहा गया है। नए मुख्‍यमंत्री के लिए सुनील जाखड़ व पंजाब कांग्रेस अध्‍यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू सहित कुछ अन्‍य नामाें की चर्चा है।

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पंजाब कांग्रेस अध्‍यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्‍यक्ष सुनील जाखड़। (फाइल फोटो)

काबिले गौर है कि तीन दिन पहले करीब 40 विधायकों ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ अविश्वास जता दिया था। उन्होंने पत्र में यह भी लिखा था कि और भी कई विधायक उनके खिलाफ हैं लेकिन जब तक वह सीएम रहेंगे,कोई भी खुलकर उनके खिलाफ नहीं बोलेगा। ऐसे में विधायक दल की मीटिंग बुलानी जरूरी है जिसमें दो केंद्रीय पर्यवेक्षक भी हों।  इस चिट्ठी के आधार पर हरीश रावत ने कांग्रेस की प्रधान सोनिया गांधी से मुलाकात की।

इससे पहले बागी कांग्रेस मंत्रियों व विधायकों ने 25 अगस्त को भी आलाकमान को चिट्ठी लिखी थी और मीटिंग भी की। इसमें दो दर्जन के लगभग विधायक मौजूद थे लेकिन उस बगावत को कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शांत कर लिया । कैप्टन ने हाई कमान के कहने पर दस सदस्यी तालमेल कमेटी बना दी जिसमें पार्टी प्रधान नवजोत सिद्धू के अलावा चार कार्यकारी प्रधान और मंत्रियों को लिया गया। लेकिन, 25 दिन बीतने के बावजूद इसकी एक भी मीटिंग नहीं हुई। बाद में कांग्रेस आलाकमान ने 40 विधायकाें की पंजाब कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाने की मांग को स्‍वीकार कर लिया।

पंजाब कांग्रेस के अध्‍यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने ट्वीट कर जानकारी दी कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के निर्देश पर आज शाम पांच बजे पंजाब के कांग्रेस विधायक दल की चंडीगढ में बैठक होगी। सिद्धू ने इस संबंध में पंजाब कांग्रेस अध्‍यक्ष हरीश रावत के ट्वीट को भी रिट्वीट किया है।

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हरीश रावत ने अपने ट्वीट में कहा कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी को पंजाब के काफी संख्‍या में कांग्रेस विधायकों का पत्र मिला। इसमें कांग्रेस विधायक दल की तुरंत बैठक बुलाने का अनुरोध किया गया था। इसके बाद कांग्रेस विधासक दल की 18‍ सितंबर को शाम पांच बजे बैहोगी हाेगी।

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सोनिया से मुलाकात के बाद पंजाब प्रभारी हरीश रावत ने देर रात किया ट्वीट

मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ 40 विधायकों की ओर से पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे पत्र के बाद कांग्रेस के विधायक दल की मीटिंग शनिवार को शाम पांच बजे बुलाने के बारे में ट्वीट हरीश रावत ने देर रात करीब पौने 12 बजे किया।  सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद  रावत ने देर रात यह जानकारी दी।  पार्टी के वरिष्ठ नेता अजय माकन और हरीश राय चौधरी पर्यवेक्षक के रूप में इस बैठक में मौजूद रहेंगे।

हाल ही में आम आदमी पार्टी को छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने वाले सुखपाल सिंह खैहरा, पिरमल सिंह और जगदेव कमालू इस बैठक में शामिल नहीं होंगे। इस बैठक में खड़गे कमेटी की ओर से तैयार किए गए 18 सूत्रीय कार्यक्रम के बारे में भी चर्चा की जाएगी, लेकिन पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि यह बैठक मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के संबंध में होगी।

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