कोरोना कर्फ्यू से सरकारी खजाने को लगी तगड़ी चोट, अप्रैल की तुलना में मई में 2923 करोड़ कम मिला राजस्व,

उत्तर प्रदेश में आंशिक कोरोना कर्फ्यू ने राज्य सरकार के खजाने पर तगड़ी चोट की है। आंशिक कोरोना कर्फ्यू का ही असर है कि इस वित्तीय वर्ष के मई माह में राज्य सरकार को अप्रैल की तुलना में 2923.94 रुपये कम राजस्व प्राप्त हुआ है।

 

लखनऊ । उत्तर प्रदेश में संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए लगाए गए आंशिक कोरोना कर्फ्यू ने राज्य सरकार के खजाने पर तगड़ी चोट की है। आंशिक कोरोना कर्फ्यू का ही असर है कि इस वित्तीय वर्ष के मई माह में राज्य सरकार को अप्रैल की तुलना में 2923.94 रुपये कम राजस्व प्राप्त हुआ है। बीते मई माह में सरकार को कर और करेतर राजस्व की मुख्य मदों में कुल 8272.55 करोड़ रुपये की वसूली हुई, जबकि इससे पहले अप्रैल माह में उसे 11196.49 रुपये राजस्व मिला था।

कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से निपटने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने मई में प्रदेश के सभी जिलों में आंशिक कोरोना कर्फ्यू लागू कर दिया था। इसमें राशन, फल-सब्जी व दवा की दुकानें खुली रहीं। आवश्यक सेवाएं और औद्योगिक गतिविधियां भी जारी रहीं, लेकिन ज्यादातर आर्थिक गतिविधियां ठप रहीं। जिलों में शराब की दुकानों को खोलने की अनुमति मई के दूसरे हफ्ते से दी जाने लगी, जबकि अप्रैल में आर्थिक गतिविधियां जारी रहीं।

अप्रैल की तुलना में मई में आर्थिक तंत्र का बड़ा हिस्सा ठप रहने से सरकार का राजस्व भी प्रभावित हुआ। वैट के अलावा राजस्व की अन्य सभी प्रमुख मदों में अप्रैल की तुलना में मई माह में कमी दर्ज की गई है। हालांकि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से जूझते हुए भी राज्य सरकार को पिछले वर्ष की तुलना में इस साल मई में 2452.51 करोड़ रुपये ज्यादा राजस्व हासिल हुआ। पिछले साल मई में राज्य सरकार को 5820.04 करोड़ रुपये राजस्व मिला था।

वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने शुक्रवार को बताया कि बीते मई माह में सरकार को जीएसटी के मद में 2771.32 करोड़ रुपये प्राप्त हुए जो मासिक लक्ष्य का 48.1 प्रतिशत है। मई में जीएसटी के जरिए 5764.74 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य तय किया गया था। वैट के मद में 2520.63 करोड़ रुपये हासिल करने का लक्ष्य था। इसके सापेक्ष 2286.44 करोड़ रुपये वसूल हुए जो कि लक्ष्य का 90.7 प्रतिशत है।

आबकारी के मद में मई में मासिक लक्ष्य की 52.5 प्रतिशत वसूली कर विभाग ने 2138.86 करोड़ रुपये कमाए। मई में इस मद में 4073 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य था। स्टांप एवं निबंधन के मद में 2192 करोड़ रुपये के मासिक लक्ष्य के सापेक्ष 625.03 करोड़ रुपये यानी 28.5 प्रतिशत की वसूली हुई। परिवहन के मद में विभाग ने 314.62 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त किया जो कि मासिक लक्ष्य का 39.6 प्रतिशत है। इस मद के जरिए 795 करोड़ रुपये प्राप्त करने का लक्ष्य था।

इस तरह मई में कर राजस्व की प्रमुख मदों में 15345.37 करोड़ रुपये के मासिक लक्ष्य के सापेक्ष 53 प्रतिशत वसूली करते हुए सरकार ने 8136.27 करोड़ रुपये राजस्व हासिल किया। वहीं करेतर राजस्व के अंतर्गत भूतत्व एवं खनिकर्म मद में 338 करोड़ रुपये के मासिक लक्ष्य के सापेक्ष 136.28 करोड़ रुपये का राजस्व मिला जो मासिक लक्ष्य का 40.3 प्रतिशत है। कर और करेतर राजस्व की मदों में मई में 15683.37 करोड़ रुपये के मासिक लक्ष्य के सापेक्ष 8272.55 करोड़ रुपये हासिल हुए। यह मासिक लक्ष्य का 52.7 प्रतिशत है।

 

पिछले और इस वर्ष मई में मिला राजस्व (करोड़ रुपये)

  • मद : मई 2021 : मई 2020
  • जीएसटी : 2771.32 : 1939.52
  • वैट : 2286.44 : 1019.65
  • आबकारी : 2138.86 : 2169.25
  • स्टांप व निबंधन : 625.03 : 349.52
  • परिवहन : 314.62 : 99.86
  • भूतत्व एवं खनिकर्म : 136.28 : 242.24

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