कोरोना के कहर के बीच मंकी बी वायरस की दस्‍तक, चीन में हो चुकी एक मौत,

अभी चीन से निकले एक घातक और जानलेवा वायरस से दुनिया जूझ ही रही है कि इसी तरह के दूसरे वायरस ने बीजिंग में एक पशुचिकित्सक की जान भी ले ली। इस मंकी बी वायरस को भी उतना ही घातक बताया जा रहा है।

 

बीजिंग, प्रेट्र। चीन से निकले कोरोना वायरस का कहर अभी थमा नहीं कि एक नए वायरस ‘मंकी बी (BV)’ ने दस्तक दे दी। कोरोना का पहला मामला वुहान में आया था और इस नए घातक वायरस के कारण बीजिंग में एक मौत का मामला सामने आया है। दरअसल बीजिंग के एक पशु चिकित्सक की मौत इस नए वायरस के संक्रमण से हुई है जिसकी पुष्टि चीन ने की है।

27 मई को हुई थी मौत

ग्लोबल टाइम्स द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट में चीन के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के इंग्लिश प्लेटफार्म का हवाला दिया गया है। इसमें बताया गया है कि नए वायरस से संक्रमित पशुचिकित्सक ने इलाज के लिए कई अस्पतालों के चक्कर लगाए लेकिन 27 मई को उनकी मौत हो गई। उनके करीबी संपर्क में आने वाले लोग सुरक्षित हैं। इसके अलावा रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि चीन में इससे पहले BV वायरस का कोई मामला सामने नहीं आया था यानि डॉक्टर का मामला चीन में BV से पहला मानव संक्रमण का मामला है।

मार्च में दो मृत बंदरों का किया था डिसेक्शन 

ग्लोबल टाइम्स के अनुसार, मार्च की शुरुआत में ही 53 वर्षीय डॉक्टर ने दो मृत बंदरों का ऑपरेशन (Dissection) किया था जिसके एक माह बाद उनकी तबियत बिगड़ने लगी और उल्टी होना शुरू हो गया था। नॉन ह्यूमन प्राइमेट्स पर रिसर्च करने वाली संस्था के लिए उक्त पशुचिकित्सक ने काम किया था। अप्रैल में डॉक्टर की जांच के लिए सेरेब्रोस्पाइनल फ्लूड लिया गया जिसके बाद आए नतीजे में BV पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई।

1932 में हुई थी इस घातक वायरस की पहचान

उल्लेखनीय है कि इस मंकी बी वायरस की पहचान सबसे पहले 1932 में हुई थी।  यह वायरस जीनस मैकाका (genus Macaca) के अफ्रीकी लंगूरों मैकाक्स में  पाया जाने वाला अल्फाहर्पीसवायरस एनजूटिक है। गौर करने वाली बात है कि इसमें भी संक्रमण फैलाने की क्षमता काफी अधिक है और यह इंसान से इंसान में फैलता है।

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