गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर प्रांगण की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों पर मुस्लिम युवक ने रविवार शाम को जानलेवा हमला किया। इतना ही नही धार्मिक नारे लगाकर लोगों को भड़काने का प्रयास भी किया। इस मामले में एनआइए की भी मदद ली जा सकती है।
लखनऊ, गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में प्रांगण में रविवार देर रात हमले की घटना को आतंकी साजिश भी माना जा रहा है। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी तथा एडीजी ला एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने सोमवार को लोक भवन में मीडिया को बताया कि कल रात की गोरखपुर मंदिर की घटना में आतंकी साजिश की आशंका है। इस प्रकरण की जांच उत्तर प्रदेश एटीएस तथा एसटीएफ को सौंपी गई है। इस मामले में एनआइए की भी मदद ली जा सकती है।
गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर प्रांगण की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों पर मुस्लिम युवक ने रविवार शाम को जानलेवा हमला किया। इतना ही नही धार्मिक नारे लगाकर लोगों को भड़काने का प्रयास भी किया। पत्रकारों से बातचीत में अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि हमलावर को पकडऩे के दौरान घायल होने वाले जांबाज सिपाहियों को सीएम योगी आदित्यनाथ ने पांच-पांच लाख रुपये बतौर इनाम देने की घोषणा है। एडीजी प्रशांत कुमार ने संदेह जताया कि यह घटना आतंकी साजिश का हिस्सा हो सकती है। वहां से पकड़े गए युवक की ट्रैवल हिस्ट्री भी खंगाली जा रही है।
एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि घटना की जांच यूपी एटीएस और एसटीएफ को सौंपी है। दोनों एजेंसियों के एडीजी गोरखपुर भेज दिए गए हैं। उसके पास से जो चीज बरामद हुई है वो गहरी साजिश की ओर इशारा कर रही है। इस प्रकरण में गोरखनाथ थाना में केस दर्ज किया गया है। इस मामले में अभी तक आतंक संलिप्तता से इनकार नहीं किया जा सकता है। घटना की गहनता से जांच की जा रही है। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि इस पर पूरी गंभीरता से जांच की जा रही है कि इसमें आतंकी हमले की साजिश तो नहीं है। हमारी एटीएस इस मामले की जांच कर रही है और एसटीएफ भी इसमें सहयोग कर रही है।
प्रशांत कुमार ने बताया कि पीएसी के दो जवानों को गम्भीर चोटें आई हैं। इन बहादुर जवानों ने बड़ी घटना होने से रोका। हमलावर मंदिर में प्रवेश कर जाता तो बड़ी वारदात हो सकती थी। गोरखपुर में गोरक्षनाथ मठ की घटना में पीएसी के कांस्टेबल गोपाल गौड़ तथा अनिल पासवान तथा नागरिक पुलिस के अनुराग राजपूत घायल हो गए हैं। इनका गोरखपुर के जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है।