चीन ने अरब सागर में ग्वादर बंदरगाह विकसित करने का फैसला लिया है। यह कदम बीजिंग के बेल्ट एंड रोड इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट के तहत 60 अरब डालर के चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा के हिस्से के रूप में उठाया जा रहा है।
लंदन,पाकिस्तान और चीन को सकते में ला खड़ा करने वाले ग्वादर के विशाल प्रदर्शन का कारण चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) है। गुलाम कश्मीर निवासी लेखक एवं कार्यकर्ता डा. शबीर चौधरी ने अपने ब्लाग में कहा है कि जमात-ए-इस्लामी की अगुआई वाले प्रदर्शन में प्रदर्शनकारियों को जीत मिली है। मीडिया पर तमाम अंकुश के बावजूद इमरान खान सरकार जाग गई और हजारों प्रदर्शनकारियों की मांग पर उसने गौर करने का फैसला लिया।
चीन ने अरब सागर में ग्वादर बंदरगाह विकसित करने का फैसला लिया है। यह कदम बीजिंग के बेल्ट एंड रोड इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट के तहत 60 अरब डालर के चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा के हिस्से के रूप में उठाया जा रहा है।
इसके विरोध में हजारों स्थानीय लोगों ने प्रदर्शन या धरना देना शुरू कर दिया। स्थानीय लोग गैरकानूनी तरीके से मछली पकड़ने, स्वास्थ्य एवं शिक्षा जैसी बुनियादी सुविधाओं में कमी का विरोध कर रहे हैं। महिलाओं एवं बच्चों के शामिल होने के बाद शांतिपूर्ण आंदोलन को बल मिला। कई दौर की वार्ता के बाद धरना-प्रदर्शन समाप्त हुआ।