चार गुना तेजी से फैल रहा कोरोन का संक्रमण, 1 से 15 फरवरी के बीच चरम पर हो सकती है महामारी

आइआइटी मद्रास में गणित विभाग में प्रोफेसर डा. जयंत झा के मुताबिक आर-नाट वैल्यू 25-31 दिसंबर के हफ्ते में 2.9 थी जो इस हफ्ते यानी 1-6 जनवरी के बीच चार हो गई है। दूसरी लहर में आर नाट वैल्यू सबसे ज्यादा 1.69 दर्ज की गई थी।

 

नई दिल्ली,  देश में कोरोना संक्रमण का प्रसार चार गुना तेजी से हो रहा है। इसकी पुष्टि आर नाट वैल्यू से हुई है जो इस हफ्ते बढ़कर चार पर पहुंच गई है। एक लाख 41 हजार से अधिक नए मामले में सामने आए हैं जिसमें तीन हजार से अधिक ओमिक्रोन के मामले भी शामिल हैं। लगभग 222 दिन बाद एक दिन में इतनी बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमण के नए मामले पाए गए हैं।

आइआइटी मद्रास में गणित विभाग में प्रोफेसर डा. जयंत झा के मुताबिक आर-नाट वैल्यू 25-31 दिसंबर के हफ्ते में 2.9 थी जो इस हफ्ते यानी 1-6 जनवरी के बीच चार हो गई है। दूसरी लहर में आर नाट वैल्यू सबसे ज्यादा 1.69 दर्ज की गई थी। आर नाट वैल्यू का यह आकलन पिछले दो हफ्ते के मामलों के आधार पर किया गया है। अगर संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए सख्त पाबंदियां लगाई जाती हैं तो इसमें बदलाव भी हो सकता है। उन्होंने कहा कि आर नाट वैल्यू तीन तथ्यों पर निर्भर करती है। प्रसार की संभाव्यता, संपर्क दर और अपेक्षित समय अंतराल जिसमें संक्रमण हो सकता है। उन्होंने कहा कि एक फरवरी से 15 फरवरी के बीच महामारी की तीसरी लहर चरम पर पहुंच सकती है और तब बहुत ज्यादा मामले मिलेंगे।

क्या है आर नाट वैल्यू

आर नाट वैल्यू से यह पता चलता है कि एक संक्रमित व्यक्ति कितने लोगों तक वायरस फैला रहा है। आर नाट चार का मतलब है कि एक व्यक्ति चार लोगों को संक्रमित कर रहा है। जब आर नाट वैल्यू एक से नीचे चली जाती है तो माना जाता है कि महामारी खत्म हो गई है।

187 दिन में सबसे ज्यादा सक्रिय मामले

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से शनिवार सुबह आठ बजे अपडेट किए गए आंकड़ों के मुताबिक बीते 24 घंटे में 1,41,986 नए केस मिले हैं। इससे पहले पिछले साल 31 मई को 1,52,734 केस मिले थे। एक दिन पहले 1.17 लाख मामले पाए गए थे। इस दौरान 285 लोगों की मौत हुई है, जिसमें 189 मौतें अकेले केरल और 20 मौतें महाराष्ट्र से हैं। सक्रिय मामलों में एक लाख से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है और वर्तमान में सक्रिय मामले 4,72,169 हो गए हैं जो 187 दिन में सबसे ज्यादा और कुल मामलों का 1.34 प्रतिशत है। दैनिक संक्रमण दर 9.28 प्रतिशत और साप्ताहिक संक्रमण दर 5.66 प्रतिशत दर्ज की गई है।

ओमिक्रोन के मामले तीन हजार के पार

ओमिक्रोन के मामलों की संख्या बढ़कर 3,071 हो गई है जिसमें से 1,203 ठीक भी हो चुके हैं। सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में ओमिक्रोन के 876 मामले हैं। इसके अलावा ओमिक्रोन के दिल्ली में 513, कर्नाटक में 333, राजस्थान में 291, केरल में 284 और गुजरात में 204 मामले भी पाए जा चुके हैं। यह वैरिएंट अब तक 27 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैल चुका है।

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