नौबस्ता बंबा के पास बिना नंबर प्लेट हूटर लगी कार को रोककर चालान करना ट्रैफिक दरोगा को भारी पड़ गया। हॉकी और तमंचा लेकर कार से उतरे 12 लोगों ने दरोगा और सिपाही पर जानलेवा हमला कर दिया। मौके पर हनुमंत विहार थाने की फोर्स पहुंची और दो आरोपियों को दबोच लिया गया। एक ने खुद को बांदा में तैनात दरोगा का पुत्र भी बताया जबकि उनके साथी भाग निकले।
- आरोपित ने खुद को दरोगा पुत्र व दूसरे ने ब्लाक प्रमुख का भतीजा बताया
- कार का नौ हजार रुपये का चालान करने पर भड़के थे कार सवार
कानपुर, नौबस्ता बंबा के पास हाईवे पर बिना नंबर प्लेट हूटर लगी कार को रोककर चालान करना ट्रैफिक दरोगा को भारी पड़ गया। डंडे, हॉकी और तमंचा लेकर कार से उतरे 12 लोगों ने दरोगा और सिपाही पर जानलेवा हमला कर दिया। मौके पर हनुमंत विहार थाने की फोर्स पहुंची और दो आरोपियों को दबोच लिया गया। ट्रैफिक दरोगा के अनुसार, इनमें एक ने खुद को बांदा में तैनात दरोगा का पुत्र भी बताया, जबकि उनके साथी भाग निकले। दरोगा ने आरोपियों के खिलाफ बलवा, सरकारी कार्य में बाधा डालने, क्षति पहुंचाने, जान से मारने का प्रयास, धमकी आदि धारा में मुकदमा दर्ज कराया है।
ट्रैफिक एसआई मुनेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि गुरुवार को सिपाही गजेन्द्र सिंह के साथ नौबस्ता बंबा के पास वाहनों की चेकिंग कर रहे थे। दोपहर करीब सवा तीन बजे बिधनू की तरफ से बिना नंबर प्लेट महिन्द्रा टीयूवी कार आई। उसमें हूटर बज रहा था और काली-फिल्म भी लगी थी। उसे रोका और चालक से कार के प्रपत्र दिखाने को कहा तो कार सवार भड़क गए और गाली-गलौज करने लगे। इस पर उनका नौ हजार रुपये का चालान कर दिया।
तमंचा भी ताना, पकड़े गएगुस्साए कार सवार शैलेन्द्र सिंह, उदयभान, कुलदीप, बृजेश, अरविंद दुबे और सात अन्य लोग गाड़ी से उतर गए। उनमें से एक ने खुद को ब्लाक प्रमुख का भतीजा भी बताया और अभद्रता व धक्का मुक्की करने लगे। सिपाही के विरोध पर उसे पीटा। कार से डंडे व हॉकी निकाल ली। उदयभान ने तमंचा तान दिया। तभी थाने की फोर्स पहुंच गई तो सभी भागने लगे, लेकिन शैलेन्द्र और उदयभान को पकड़ लिया गया। हनुमंत विहार थाना प्रभारी सतीश राठौर ने बताया कि मामले में मुकदमा दर्ज कर दरोगा व सिपाही को मेडिकल के लिए भेजा गया है