चीन का बड़ा दावा- यूक्रेन पर है निष्पक्ष और रूस की सहायता से किया इन्कार

अमेरिका ने रूस की मदद करने के लिए चीन को चेतावनी दी है कि यदि उसने रूस की मदद की तो अंजाम भुगतना पड़ेगा। वहीं चीन का बड़ा बयान सामने आया है। चीन ने कहा है कि यूक्रेन संघर्ष पर उसका रुख पूरी तरह से उद्देश्यपूर्ण निष्पक्ष और रचनात्मक है।

 

बीजिंग, एपी। रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है, पूरी दुनिया में यह लड़ाई एक बड़ी चिंता का विषय बनी हुई है, रूस के खिलाफ कई देशों ने सख्त प्रतिबंध लगाए हैं, वहीं रूस के प्रति चीन का रवैया सबकी नजरों में खटक रहा है, चीन और रूस के बीच दोस्ती भी किसी से छिपी नहीं है। इन सबके बीच चीन का मंगलवार को एक बड़ा बयान सामने आया है, जिसमें चीन ने कहा कि यूक्रेन संघर्ष पर उसका रुख ‘पूरी तरह से उद्देश्यपूर्ण, निष्पक्ष और रचनात्मक’ है। अमेरिका उन रिपोर्टों पर गलत सूचना फैला रहा है, जिसमें बताया गया है कि बीजिंग ने सैन्य आपूर्ति के लिए रूसी अनुरोध पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है।

रूसी सैन्य बल ताबड़तोड़ यूक्रेन पर हमला कर रहे हैं, मिसाइलों और बम बारियों से पूरा यूक्रेन दहल उठा है, दोनों देशों के बीच युद्ध के इस खतरनाक पड़ाव पर भी बीजिंग ने यूक्रेन पर आक्रमण के लिए रूस की आलोचना करने से इन्कार कर दिया है, यही नहीं बीजिंग इस संघर्ष को ‘युद्ध’ के रूप में संदर्भित करने से मना कर चूका है।

चीन कर रहा यूक्रेन युद्ध का उपयोग

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन की यह टिप्पणी अमेरिकी सलाहकार जेक सुलिवन और वरिष्ठ चीनी विदेश नीति सलाहकार यांग जिची के सोमवार को रोम में मिलने के बाद आई, वहीं बाइडेन प्रशासन इस बात को लेकर चिंतित है कि चीन संयुक्त राज्य से अपनी प्रतिस्पर्धा के कारण अपने दीर्घकालिक हित को आगे बढ़ाने के लिए यूक्रेन युद्ध का उपयोग कर रहा है, जबकि मंगलवार को चीन में यूरोपीय संघ के राजदूत निकोलस चापुइस ने चीन से यूक्रेन का समर्थन करने का आह्वान किया।

एक दैनिक ब्रीफिंग में पत्रकारों से बात करते हुए, झाओ ने कहा, ‘यू.एस. दुष्प्रचार और गलत बातें फैला रहा है, यह न केवल गैर-पेशेवर है, बल्कि अनैतिक और गैर-जिम्मेदाराना भी है।’ उन्होंने आगे कहा, ‘अमेरिका को जो करना चाहिए वह यूक्रेन संकट के विकास और उसकी भूमिका पर गहराई से प्रतिबिंबित करना है, और यूक्रेन में तनाव को कम करने के लिए कुछ व्यावहारिक करना है।’

यांग के साथ अपनी बैठक में, सुलिवन ने बीजिंग की मुद्रा पर स्पष्टता मांगी, चीनी को चेतावनी दी कि रूस के लिए सहायता – जिसमें यू.एस. के नेतृत्व वाले ब्लाक द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों को टालने में मदद करना शामिल है, वहउनके लिए महंगा होगा। क्रेमलिन ने उन खबरों का खंडन किया है जिसमें उसने युद्ध में इस्तेमाल के लिए चीनी सैन्य उपकरणों का अनुरोध किया था।

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