कोरोना वायरस का संक्रमण कहां से और कैसे फैला? इस सवाल का जवाब ढूंढने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की विशेषज्ञों टीम इन दिनों चीन के वुहान शहर में है। डब्ल्यूएचओ की टीम में शामिल शामिल रूस के व्लादिमीर डेडकोव ने सीफुड बाजार का दौरा करने के बाद संदेह जताया है। उन्होंने कहा कि वुहान के सीफुड बाजार में कोरोना के फैलने के सभी स्थितियां मौजूद हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि वायरस का उदगम यहीं हुआ है।
दरअसल, वुहान का हुआनन बाजार कोरोना महामारी के फैलने के बाद एक जनवरी 2020 को बंद कर दिया गया था। इस बाजार में सब्जी के साथ समुद्री और अलग-अलग प्रकार के मांस बेचे जाते हैं। कोरोना से शुरू में संक्रमित होने वाले लोग भी इस बाजार में काम करते थे। वैज्ञानिक हालांकि अभी भी कोरोना वायरस के प्रसार में पाई गई भूमिका के बारे में एक स्पष्ट निष्कर्ष पर नहीं पहुंचे हैं।
रूसी विशेषज्ञ डेडकोव ने कहा, ‘हमने वुहान का बाजार देखा और मैं चीन के स्वच्छता नियमों से बहुत परिचित नहीं हूं। लेकिन इसे देखने के बाद मैं कह सकता हूं कि बाजार निश्चित रूप से एकदम सही नहीं है। यह भी स्पष्ट नहीं है कि क्या कोरोना वायरस वुहान में ही फैला। शायद वायरस दूसरी जगह उत्पन्न हुआ लेकिन वुहान में कोरोना के प्रसार की सभी स्थितियां मौजूद हैं, इसलिए यहां फैला।’
चीन के दौरा पर आई विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की टीम में शामिल रूसी विशेषज्ञ व्लादिमीर देवकोव ने कहा कि चीन के वुहान स्थित वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ विरोलॉजी में सभी चीजें अच्छी तरह से व्यवस्थित हैं और शायद ही कोई इस संस्थान से लीक की कल्पना कर सकता है। गौरतलब है कि दिसंबर 2019 में कोरोना वायरस (कोविड-19) का पहला मामला वुहान में ही सामने आया था और इस संक्रमण के फैलने की वजहों का पता लगाने के लिए डब्ल्यूएचओ की एक टीम 14 जनवरी से चीन के दौरे पर है।
देवकोव ने कहा, ‘बेशक, हमारे मिशन के लिए इस केंद्र का दौरा करना, हमारे सहयोगियों से बात करना और यह देखना जरूरी था कि वहां सब कुछ कैसे व्यवस्थित है। यह सुव्यवस्थित है। मुझे नहीं पता कि किसने इसकी आलोचना की, प्रयोगशाला पूरी तरह से सुसज्जित है, मेरे लिए यह कल्पना करना कठिन है कि वहां से कुछ लीक हो सकता है।’