स्कूटी जैसे ही गिरी तो डंपर के पिछले पहिये की चपेट में आने से दोनों लोग कुचल गए और स्कूटी सहित बाबा-पौत्र डंपर में फंसकर करीब पांच सौ मीटर तक घिसटते चले गए। लोग चिल्लाते रहे लेकिन उनको अनसुना कर ड्राईवर चलता रहा।
महोबा: मंदिर जा रहे स्कूटी सवार बाबा-पौत्र को तेज रफ्तार डंपर ने साइड से टक्कर मार दी, जिससे स्कूटी डंपर के पिछले हिस्से में फंसकर करीब 500 मीटर तक घिसटती चली गई। स्कूटी के साथ ही घिसटने से बाबा-पौत्र की मौके पर ही मौत हो गई। कबरई की ओर से आ रही पुलिस ने अपने वाहन सामने लगाकर भाग रहे डंपर को रोका। गुस्साए लोगों ने डंपर चालक और क्लीनर को पीटना शुरू कर दिया। पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर कोतवाली भेजा।
महोबा कोतवाली क्षेत्र के हमीरपुर चुंगी निवासी सेवानिवृत्त शिक्षक उदित नारायण चंसौरिया शनिवार शाम करीब छह बजे स्कूटी से अपने सात वर्षीय पौत्र कार्तिक के साथ बड़े हनुमान मंदिर आ रहे थे। कानपुर-सागर हाईवे से उदित नारायण ने जैसे ही अपनी स्कूटी महोबा शहर की ओर मोड़ी तभी श्रीनगर की ओर से कबरई की तरफ जा रहे डंपर ने स्कूटी में टक्कर मार दी।
स्कूटी जैसे ही गिरी तो डंपर के पिछले पहिये की चपेट में आने से दोनों लोग कुचल गए और स्कूटी सहित बाबा-पौत्र डंपर में फंसकर करीब पांच सौ मीटर तक घिसटते चले गए। कबरई की ओर से आ रहे पुलिस कर्मियों ने हादसा होते देखा तो डंपर के सामने अपना वाहन लगा दिया। पुलिस को देख डंपर रोक कर चालक-क्लीनर भागने लगे, लेकिन भीड़ ने दोनों को घेरकर पकड़ लिया और जमकर पीटा।
करीब 15 मिनट में मौके पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने दोनों शव को अस्पताल भेजा। डंपर को भटीपुरा चौकी में खड़ा कराया गया है। मृतक उदित नारायण के पुत्र डा. नीरज प्राइवेट नेत्र चिकित्सालय संचालित करते हैं। घटना की जानकारी पर वह बेहोश होकर गिर पड़े। उनकी पत्नी रुचि बेसुध होकर बार-बार बेटे के शव को लिपट कर बिलख रही थीं।