यूपी में पुलिसकर्मियों द्वारा पीड़ित से बदसलूकी करने से लेकर सरेआम उनकी पिटाई करने तक की कई घटनाएं सामने आई हैं। चंदौली में तो दो पुलिस अधिकारी ही आपस में टकरा गए। अधीनस्थों के ऐसे आचरण पर डीजीपी मुकुल गोयल ने कड़ी नाराजगी जताई है।
लखनऊ, पुलिसकर्मियों द्वारा पीड़ित से बदसलूकी करने से लेकर सरेआम उनकी पिटाई करने तक की कई घटनाएं सामने आई हैं। चंदौली में तो दो पुलिस अधिकारी ही आपस में टकरा गए। अधीनस्थों के ऐसे आचरण पर डीजीपी मुकुल गोयल ने कड़ी नाराजगी जताई है और आम लोगों से पुलिसकर्मियों की बदसलूकी के मामलों पर लगाम कसे जाने के निर्देश दिए हैं। यह भी कहा है कि उन्हें शालीनता सिखाई जाए। डीजीपी ने पुलिसकर्मियों को शालीनता व मर्यादित व्यवहार का प्रशिक्षण दिलाए जाने का निर्देश दिया है। कहा है कि सभी पुलिसकर्मी लोगों के साथ मर्यादित व शिष्ट व्यवहार बनाये रखें। पुलिसकर्मियों की ऐसी गलतियां पूरे महकमे की छवि खराब करती हैं। पीडि़त भी पुलिस के पास आने से बचते हैं।
डीजीपी ने कहा कि वरिष्ठ अधिकारी अधीनस्थ कर्मियों को अच्छे व्यवहार का प्रशिक्षित दिलाएं। हर जिले में राजपत्रित व अराजपत्रित अधिकारियों तथा कर्मचारियों के लिए दो चरणों में मर्यादित आचरण विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन कराया जाए। उनके प्रशिक्षण के लिए विषय विशेषज्ञों की भी मदद ली जाए। आम नागरिकों के साथ पुलिस के अच्छे व्यवहार से जुड़े विषयों पर व्याख्यान कराए जाएं। डीजीपी ने कहा है कि थानों पर लोगों के अपेक्षित मर्यादित व शिष्ट व्यवहार बनाए रखने के लिए संबंधित निर्देशों के बोर्ड भी लगाए जाएं और इसका कड़ाई से पालन भी हो। एडीजी जोन तथा आइजी व डीआइजी रेंज को इन प्रयासों की समीक्षा करने के साथ ही दुर्व्यवहार करने वाले पुलिसकर्मियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश भी दिया है। उन्होंने कहा, यह गंभीर विषय बन रहा है, जिस पर ध्यान देने की जरूरत है।