जापान ने शनिवार को भारी बारिश के कारण दक्षिणी प्रान्तों में 120000 से अधिक निवासियों को इलाके को खाली करने का निर्देश जारी किया है। एनएचके ने यह जानकारी दी है। जापान मौसम विज्ञान एजेंसी ने क्यूशू द्वीप पर तीन प्रान्तों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किए हैं।
टोक्यो, रायटर । जापान ने शनिवार को भारी बारिश के कारण दक्षिणी प्रान्तों में 120,000 से अधिक निवासियों को इलाके को खाली करने का निर्देश जारी किया है। एनएचके ने यह जानकारी दी है। जापान मौसम विज्ञान एजेंसी ने क्यूशू द्वीप पर तीन प्रान्तों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किए। इसके चलते यहां निवासियों को इलाके को खाली करने का आदेश देना पड़ा। बता दें कि एक हफ्ते पहले ही रिसॉर्ट शहर अटामी में भारी बारिश हुई थी, जिससे भूस्खलन हुआ था। इसमें कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई थी और 20 लापता हो गए थे।
एक व्यक्ति ने सीएनएन को बताया कि भूस्खलन एक सुनामी की तरह लग रहा था। यह एक बड़ी लहर की तरह था, जो गड़गड़ाहट की आवाज के साथ आया। बिजली के खंभे हिल रहे थे । जापान के प्रधानमंत्री योशीहिदे सुगा ने पीड़ितों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की और कहा कि बचावकर्मी जान बचाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कई हिस्सों में भारी बारिश जारी रहेगी। देश के लोगों से आग्रह किया कि वे मौसम के अपडेट पर ध्यान दें।
मूसलाधार बारिश के कारण अटामी के शिज़ुओका प्रान्त में शक्तिशाली भूस्खलन हुआ था, जो टोक्यो से लगभग 90 किमी (56 मील) दक्षिण-पश्चिम में स्थित है। इसके कारण शहर की जलापूर्ति ठप पड़ गई और सड़कों को भी नुकसान पहुंचा। कई लोग बेघर हो गए।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतेरस ने जापान में भूस्खलन से जनजीवन को पहुंचे नुकसान पर दुख जताया था। उनके प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने एक बयान में कहा सोमवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि गुतेरस ने पीड़ितों के परिवारों, सरकार और जापान के लोगों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की। बयान में कहा गया कि संयुक्त राष्ट्र जापान की सरकार और लोगों के साथ खड़ा है।