दिल्ली के चारों ओर बॉर्डर पर बैठे किसानों के कारण दिल्ली के कैब चालकों और कैब यात्रियों को खासी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। खासकर दिल्ली से गाजियाबाद और नोएडा रूट पर चलने वाली कैब को यात्रियों की संख्या को लेकर काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
कई रास्ते बंद होने के कारण कैब चालक गाजियाबाद और नोएडा जाने से बच रहे हैं तो वैकल्पिक रास्तों पर सवारियां नहीं होने के कारण उनका उपयोग भी कैब चालक नहीं करना चाहते हैं। जहां कैब चालकों को आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है, वहीं आम जनता को कैब बुक करने के बाद कैंसल करनी पड़ रही हैं। लोगों ने इस समस्या को टि्वटर जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर भी उठाया है।
नहीं मिलती वापसी की सवारी
दिल्ली में हजरत निजामुददीन रेलवे स्टेशन पर पर कैब चलाने वाले आजिम खान ने बताया कि दिल्ली से नोएडा जाने के लिए काफी घूम कर जाना पड़ता है। ऊपर से स्टेट चेंज होने पर नगर निगम को टैक्स देना पड़ता है। इतना करने के बाद भी वापसी में खाली आना पड़ता है, वापसी की सवारी बहुत कम मिलती है। लगभग 50 दिन तक नोएडा से दिल्ली जाने वाला रोड बंद था, जिसके चक्कर में काफी नुकसान हुआ है।
गाजीपुर बंद है, गाजियाबाद कैसे जाएं
दिल्ली से नोएडा जाने का प्रमुख रूट एनएच-24 से होकर जाता है। कैब चालक आशाराम ने बताया कि गाजियाबाद की प्रमुख सोसायटियों में जाने के लिए एनएच-24 का ही इस्तेमाल किया जाता है। यह रूट बंद होने के चलते वैकल्पिक मार्ग के रूप में एलिवेटिड रोड या अन्य रास्तों से आना-जाना पड़ता है। आशाराम ने बताया कि जब तक किसान आंदोलन से बंद रास्ता नहीं खुलेगा, तब तक इस रूट पर नहीं जाया जा पाएगा।
तीन बार कैंसल कर चुका हूं कैब
पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन से नोएडा के लिए कैब बुक करने वाले रवि पोसवाल ने बताया कि कैब बुक कर रहा हूं, लेकिन नोएडा का नाम सुनते ही कैब वाले मना कर रहे हैं। रवि ने बताया कि पूरी फैमिली के साथ 40 मिनट तक रेलवे स्टेशन पर खड़ा रहना पड़ा था, तीन बार कैब बुक करने के बाद कैंसल करना पड़ा है। बॉर्डर खुल चुका है, लेकिन कैब चालक जाने को तैयार नहीं है।
गाजियाबाद जाने को कोई तैयार नहीं
दिल्ली से गाजियाबाद के लिए कैब बुक करने वाले आशीष गुप्ता ने बताया कि अक्षरधाम से गाजियाबाद जाना है, लेकिन कोई ऑटो या कैब चालक जाने को तैयार नहीं है। उन्होंने बताया कि किसान आंदोलन की वजह से सब गाजियाबाद जाने से मना कर रहे हैं। सोसायटी तक जाने के लिए ऑटो या कैब की आवश्यकता होती है। आंदोलन की वजह से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
सोशल मीडिया पर लगाई गुहार
दिल्ली-एनसीआर के कई लोगों ने कैब की समस्या को लेकर बीते दिनों लगातार सोशल मीडिया पर इस समस्या को उठाया है। टि्वटर पर मेघना यादव नाम के अकाउंट से ट्वीट कर तमाम कैब कंपनियों से एनसीआर में कैब चालकों की समस्या को लेकर मुद्दा उठाया है। मेघना यादव ने लिखा है कि कई बॉर्डर खुले हैं, लेकिन कैब चालक जाना नहीं चाहते हैं। कृप्या इस ओर ध्यान दिया जाए।
वहीं एक टि्वटर यूजर अनिमेश ने लिखा कि कैब बुक करने के बाद बार-बार कैंसल हो रही है। अनिमेश ने दिल्ली सरकार और परिवहन मंत्री को टैग करते हुए लिखा है कि कृप्या इस ओर ध्यान दें और समस्या का हल करें