नए संक्रमितों से अधिक हुए ठीक, लेकिन टूटा मौतों का रिकॉर्ड; 24 घंटों में 4205 की गई जान,

बीते 24 घंटों आए नए मामलों का आंकड़ा कल की तुलना में अधिक दर्ज किए गए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार 348421 नए मामले आए हालांकि स्वस्थ होने वालों का आंकड़ा अधिक है।

 

नई दिल्ली,  केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बुधवार सुबह जारी देश भर में कोविड-19 के आंकड़ों के अनुसार बीते 24 घंटों में आए नए मामलों का आंकड़ा कल की तुलना में अधिक है वहीं इस अवधि में मौतों के आंकड़ों का तो रिकॉर्ड ही टूट गया। हालांकि राहत की बात यह है कि 24 घंटों में स्वस्थ होने वाले लोगों का आंकड़ा काफी अच्छा है। बीते 24 घंटों में 3,48,421 नए संक्रमितों की पहचान हुई और 4205 लोगों की मौत हो गई वहीं 3,56,082 लोगों ने कोरोना को मात दे दिया और अस्पताल से घर लौटे। देश के सर्वाधिक संक्रमित राज्य महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों में 40,956 नए COVID-19 मामले आए और 793 मौतें दर्ज की गई। यहां भी नए संक्रमितों की तुलना में और स्वस्थ होने वालों का आंकड़ा 71,966 दर्ज किया गया।

मंगलवार को 19,83,804 सैंपल की हुई टेस्टिंग

भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के अनुसार, भारत में मंगलवार तक कोरोना वायरस के लिए कुल 30,75,83,991 सैंपल टेस्ट किए जा चुके हैं, जिनमें से 19,83,804 सैंपल कल टेस्ट किए गए। इसके बाद देश में अब तक कुल संक्रमितों का आंकड़ा 2,33,40,938 हो गया और कुल मृतक संक्रमितों की संख्या  2,54,197 है। इसके अलावा देश में अभी सक्रिय मामलों का आंकड़ा 37,04,099 है और अब तक कोरोना को मात दे चुके लोगों की संख्या  1,93,82,642 हो गई है। 16 जनवरी से शुरू किए गए वैक्सीनेशन प्रोग्राम के तहत अब तक देश में कुल 17,52,35,991 वैक्सीन दी जा चुकी है।

उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और छत्तीसगढ़ समेत 18 राज्यों में संक्रमण के नए मामलों रफ्तार धीमी हो रही है लेकिन  पंजाब, बंगाल, कर्नाटक और केरल समेत 16 राज्यों में मामलों में तेजी आई है जो  चिंता का कारण बन गए हैं।

युवावर्ग पर कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप

भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने मंगलवार को कहा कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर में युवा ज्यादा संक्रमित हो रहे हैं। इसकी वजह यह हो सकती है कि काम के लिए उन्हें घरों से बाहर निकलना पड़ता है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि पहली और दूसरी लहर में संक्रमित होने वालों में उम्र के हिसाब से ज्यादा अंतर नहीं है। डॉ. भार्गव ने कहा कि 40 साल से ज्यादा उम्र के लोगों के संक्रमण की चपेट में आने का खतरा ज्यादा है। कोरोना वायरस से कुछ ऐसे वैरिएंट हैं जो युवाओं को ज्यादा प्रभावित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि संक्रमण का पता लगाने के लिए रोजाना 18.20 लाख टेस्ट किए जा रहे हैं।

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