फाल्ट जोड़ने जा रहे दो लाइनमैन को खेत में गुलदार दिख गया तो दोनों एक ही खंभे पर चढ़ गए। नीचे गुलदार था और ऊपर एचटी लाइन। हालांकि उन्होंने फाल्ट जोड़ने के लिए शट डाउन ले रखा था। लाइनमैन के शोर मचाने पर गांव वाले आ गए तो गुलदार भी खेतों में अंदर चला गया। लाइनमैन लगभग एक घंटे तक खंभे पर ही बैठे रहे।
कोतवाली देहात ( बिजनौर ) खेत में गुलदार दिख जाए और भले ही वह हमला न कर रहा हो लेकिन हर कोई अपनी जान बचाने के लिए जतन करने लगता है। फाल्ट जोड़ने जा रहे दो लाइनमैन को खेत में गुलदार दिख गया तो दोनों एक ही खंभे पर चढ़ गए। नीचे गुलदार था और ऊपर एचटी लाइन। हालांकि उन्होंने फाल्ट जोड़ने के लिए शट डाउन ले रखा था। लाइनमैन के शोर मचाने पर गांव वाले आ गए तो गुलदार भी खेतों में अंदर चला गया। लाइनमैन लगभग एक घंटे तक खंभे पर ही बैठे रहे। गुलदार का इतना डर है कि कई इलाकों में गांव वाले झुंड में एकत्र होकर खेतों में जा रहे हैं। अमरोहा जिले के गांव अतरासी निवासी रिंकू सिंह व टीटू पिंटू कुमार विद्युत उपकेंद्र शादीपुर पर संविदा पर लाइनमैन के रूप में नियुक्त हैं।
शुक्रवार दोपहर लगभग डेढ़ बजे दोनों गांव शादीपुर के पास खेतों से गुजर रही एचटी लाइन का फाल्ट जोड़ने के लिए खेतों से होकर जा रहे थे। अचानक उन्हें एक खेत में गुलदार चलता दिखाई दिया। गुलदार को देखकर दोनों के होश उड़ गए। दोनों गुलदार डर के डर से किसान सोमपाल सिंह के खेत में खड़े एचटी लाइन के एक ही खंभे पर चढ़ गए और ऊपर जाकर गुलदार दिखने का शोर मचा दिया। दोपहर में भी खेतों पर किसान और मजदूर काम कर रहे थे। दोनों लाइनमैन की आवाज सुनकर किसान भी हाथों में लाठी डंडे लेकर खंभे की ओर दौड़ पड़े। किसानों ने बिजलीघर पर फोन करके लाइनमैन के खंभों पर चढ़ने की सूचना देते हुए बिजली न छोड़ने को कहा। जब तक किसान वहां पहुंचे तो गुलदार का नामो निशान नहीं था।
गांव वालों के आने पर लाइनमैन नीचे उतरे। सूचना पर जेई सुधीर कुमार, टीजीटू आदेश कुमार, एसएसओ सुधीर कुमार, लाइनमैन कमल कुमार भी मौके पर आ गए। जिस खंभे पर दोनों चढ़े थे उससे अगले की लाइन में फाल्ट था।बाद में गांव वालों की मौजूदगी में ही लाइन ठीक की गई। जहां गुलदार दिखा वह नरभक्षी गुलदार के इलाके से लगभग 15 किलोमीटर दूर है। ऐसे में यह दूसरा कोई गुलदार होने का अनुमान है। समाचार लिखे जाने तक वन विभाग की टीम मौके पर नहीं पहुंची थी।
गुलदार के डर से आठ और स्कूल हुए बंद
बिजनौर:गुरुवार को कोतवाली देहात क्षेत्र के गांव आल्हाहेड़ी के परिषदीय स्कूल में गुलदार दिकिसानों के अनुसार दोनों लाइनमैन बहुत डरे हुए थे।खने पर स्कूल बंद करके ग्राम प्रधान के घर कक्षाएं संचालित कराई गईं थीं। शुक्रवार को आठ और स्कूलों व एक आंगनबाड़ी केंद्र को बंद किया गया है। ये स्कूल भी आबादी से दूर खेतों में स्थित हैं। गांव हकीमपुर काजी का प्राथमिक विद्यालय व आंगनबाड़ी केंद्र, राजगढ़ का परिषदीय विद्यालय, सबलगढ़, भाेगपुर, बांकपुर, फुलसंदी, नुल्हड़पुर व दयालपुर के स्कूल को भी बंद किया गया है। इन स्कूलों की कक्षाएं अब गांवों में निजी भवन में संचालित होंगी।