पीएम मोदी का रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के लिए की गई टिप्पणी यह युग युद्ध का नहीं है को जी-20 के मसौदे में शामिल किया गया है। मोदी ने यह बयान एससीओ शिखर सम्मेलन के दौरान समरकंद में दिया था।
बाली । एससीओ शिखर सम्मेलन के मौके पर 16 सितंबर को समरकंद में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की टिप्पणी ‘आज का युग युद्ध का नहीं है’ को जी-20 (G20) के मसौदे में शामिल किया गया है। बाली में जी-20 शिखर सम्मेलन में दुनिया के नेता पीएम मोदी के बयान को दोहराएंगे कि आज का युग युद्ध का नहीं होना चाहिए। इस दौरान परमाणु हथियारों के उपयोग के खतरों की भी निंदा की जाएगी।
वार्ता की जानकारी रखने वाले दो अधिकारियों के अनुसार, रूसी आक्रमण की आलोचना करने वाले शब्दों पर भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने सदस्य देशों के बीच आम सहमति हासिल करने में बड़ी भूमिका निभाई।
मसौदा विज्ञप्ति में कहा गया है कि यूक्रेन में युद्ध ‘विकास में बाधा, मुद्रास्फीति में वृद्धि, आपूर्ति श्रृंखलाओं को बाधित करना, ऊर्जा और खाद्य असुरक्षा को बढ़ाना, और वित्तीय स्थिरता जोखिम को बढ़ाना’ है।
शी चिनफिंग को करना पड़ रहा आलोचना का सामनाचीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को यूक्रेन पर आक्रमण की निंदा करने से इनकार करने के लिए भारी अंतरराष्ट्रीय आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। मंगलवार को अपने फ्रांसीसी समकक्ष इमैनुएल मैक्रों से मुलाकात करने वाले शी ने यूक्रेन में शांति वार्ता और संघर्ष विराम के लिए चीन के आह्वान को दोहराया। चीनी नेता ने फ्रांस से चीन के ‘मूल हितों’ का सम्मान करने का भी आग्रह किया, जो ताइवान के लिए बीजिंग के दावों के बारे में बढ़ती अंतरराष्ट्रीय चिंता का एक संदर्भ है।
अमेरिका की परोक्ष रूप से निंदा करते हुए शी ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि फ्रांस यूरोपीय संघ को चीन के प्रति ‘स्वतंत्र’ नीति को आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करेगा।