लाइफ इंश्योरेंस काउंसिल ने ‘सबसे पहले जीवन बीमा की तर्ज पर जीवन बीमा के प्रति भारतीय दर्शकों की धारणा को समझने के लिए हाल ही में 40 शहरों में बारह हजार से अधिक लोगों के साथ एक सर्वे कराया है।
नई दिल्ली, ब्रांड डेस्क। जीवन बीमा परिषद (लाइफ इंश्योरेंस काउंसिल) ने नए जन जागरूकता अभियान ‘सबसे पहले जीवन बीमा’ की तर्ज पर जीवन बीमा के प्रति भारतीय दर्शकों की धारणा को समझने के लिए हाल ही में 40 शहरों में बारह हजार से अधिक लोगों के साथ एक सर्वेक्षण किया। यह सर्वेक्षण जीवन बीमा को परिवार के धन अर्जित करने वाले सदस्यों के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता देता है। यह अभियान 24 भारतीय जीवन बीमा कंपनियों के संयुक्त प्रयासों का प्रतिनिधित्व करता है, जो देश में जीवन बीमा जागरूकता बढ़ाने के एक सामान्य लक्ष्य की दिशा में काम कर रही हैं, जो कि दुनिया में सबसे कम बीमित आबादी में से एक है।
इस सर्वेक्षण से जागरूकता के कई तरह के संकेत मिले, जिससे यह बात स्पष्ट हुई कि संपूर्ण भारत में सभी आयु वर्ग के लोग जीवन बीमा को एक महत्वपूर्ण वित्तीय साधन मानते हैंं। उनके अनुसार जीवन बीमा एक अप्रत्याशित घटना में सुरक्षा प्रदान करता है और साथ ही भविष्य के लिए वित्तीय सुरक्षा और परिवार के सामूहिक वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करता है। इसलिए ये लोग जीवन बीमा को खरीदना आवश्यक मानते हैं।
70% जीवन बीमा खरीदने के इच्छुक
कुल उत्तरदाताओं में से 70% जीवन बीमा खरीदने के इच्छुक थे। वहीं कोविड-19 महामारी के कारण, जीवन बीमा का चयन करने वाले लोगों में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। हालांकि, अभी भी कुछ कमी और लोगों के लिए जीवन बीमा खरीदने और इसके महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने की काफी जरूरत है। जबकि 91% लोग इसे एक आवश्यकता मानते हैं, फिर भी केवल 70% ही इसमें निवेश करने को तैयार हैं। पश्चिमी बाजार के निष्कर्षों पर प्रकाश डालें, तो पाएंगे कि युवा वयस्क और सहस्राब्दी का एक बड़ा समूह न केवल जीवन बीमा को लेकर अवगत था, बल्कि इसमें निवेश करने के लिए इच्छुक भी था। उनमें धन निवेश करने की मानसिकता पहले से ही प्रखर थी, क्योंकि पश्चिम में 45% उत्तरदाता इक्विटी और शेयर के बारे में जानते हैंं। यह आंकड़ा सभी क्षेत्रों में सबसे अधिक है। पश्चिमी बाजार ने जीवन बीमा के प्रति भी अपेक्षाकृत उच्च स्वामित्व दिखाया है। पश्चिम में अहमदाबाद, मुंबई, पुणे आदि शहरों में उच्च स्वामित्व उन 92% लोगों की वजह से है, जो मानते हैं कि जीवन बीमा उनके लिए एक आवश्यकता है। यह देशभर में औसतन 76% की तुलना में मित्रों और परिवार को जीवन बीमा की सिफारिश करने के लिए 80% लोगों की इच्छा में भी परिलक्षित होता है। सिफारिशें किसी भी निवेश के लिए निर्णय लेने की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, विशेष रूप से जीवन बीमा के रूप में लंबी अवधि के लिए।
जीवन बीमा को लेकर लोग कितने जागरूक
1. म्यूचुअल फंड (63%) या इक्विटी शेयर (39%) की तुलना में अन्य सभी वित्तीय साधनों में लाइफ इंश्योरेंस के पास लगभग 96% के साथ सार्वभौमिक जागरूकता स्तर है।
2. एक वित्तीय साधन के रूप में जीवन बीमा का महत्व बड़े पैमाने पर सभी आयु समूहों और पुरुष तथा महिलाओं दोनों में समान रहा। युवाओं की तुलना में 36 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के अधिकतर लोग के पास जीवन बीमा है।
3. आधे उत्तरदाता बीमा एजेंट से जीवन बीमा खरीदना पसंद करते हैं, जबकि 10 में से तीन बैंक का चयन करते हैं।
4. युवा दर्शक जीवन बीमा पॉलिसियों को ऑनलाइन चैनलों के माध्यम से खरीदना पसंद करते हैं, जो उन्हें कई पेशकशों, लाभों और प्रीमियमों की तुलना करने में सक्षम बनाता है।
5. कुल उत्तरदाताओं में से लगभग आधे (47%) ने दावा किया कि उनके या उनके परिवार में किसी न किसी के पास जीवन बीमा है और इसके बारे में भरपूर जानकारी रखते हैं।
6. लगभग 3/4 उत्तरदाताओं ने जीवन बीमा को बचत बैंक खाते के बाद शीर्ष तीन सबसे महत्वपूर्ण वित्तीय साधनों में स्थान दिया।
7. 61% लोगों का मानना है कि जीवन बीमा उनके बच्चों की शिक्षा और विवाह में मदद करेगा।
8. पुणे के 73% लोगों का मानना है कि जीवन बीमा दावा एक आसान प्रक्रिया है।
क्या है सर्वेक्षण का उद्देश्य
मुख्य रूप से भारतीय दर्शकों के बीच जीवन बीमा के बारे में धारणा, जागरूकता और परिचितता को समझने के उद्देश्य से इस सर्वेक्षण को किया गया था। इस सर्वेक्षण के जरिए परिवार में धन अर्जित करने वाले सदस्य को इस बात के लिए प्रोत्साहित करना था कि अपने परिवार के लिए एक स्वस्थ भविष्य सुरक्षित करने के लिए जीवन बीमा को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। इस सर्वेक्षण के साथ जीवन बीमा परिषद और इसके ‘सबसे पहले जीवन बीमा’ अभियान का उद्देश्य न केवल लोगों को जीवन बीमा के महत्व के बारे में शिक्षित करना है, बल्कि उन कदाचारों को भी मिटाना है, जो लोगों को श्रेणी और उत्पादों के बारे में गुमराह करते हैंं।
सर्वेक्षण से यह भी ज्ञात हुआ कि जीवन बीमा निवेश की प्रकृति, लंबी अवधि के साथ-साथ एक महंगी धारणा है, इन्हें अपनाने के लिए ये ही दो प्रमुख बाधाएं हैंं। यह महत्वपूर्ण है कि लोग अपने और अपने परिवार के सुरक्षित, बेहतर भविष्य के लिए जीवन बीमा को सही दृष्टि से देखें। यह सर्वेक्षण हंसा रिसर्च के साथ साझेदारी में कमीशन की गई थी। नमूने के लिए इसमें 25-55 वर्ष की आयु के बीच के लोग शामिल थे। इसके अलावा शहरों को 8 मेट्रो शहरों, 9 टियर वन शहरों और 23 टियर टू शहरों में बांटा गया था। साथ ही अध्ययन में 12000 से अधिक उत्तरदाताओं का सर्वेक्षण किया गया था।