पूर्वोत्तर राज्यों से लड़कियों की तस्करी कर लखनऊ में कराया जा रहा देह व्यापार, 2 महिलाओं समेत 5 गिरफ्तार,

पूर्वोत्तर राज्यों से किशोरियों की तस्करी कर उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में उनसे देह व्यापार कराने वाले गिरोह का गोमतीनगर पुलिस ने राजफाश किया। पुलिस ने गिरोह की दो महिलाओं और तीन पुरुषों को पकड़ा है। उनके पास से दो किशोरियों को भी बरामद किया गया है।

 

लखनऊ,  पूर्वोत्तर राज्यों से किशोरियों की तस्करी कर उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में उनसे देह व्यापार कराने वाले गिरोह का गुरुवार देर रात गोमतीनगर पुलिस ने राजफाश किया। पुलिस ने गिरोह की दो महिलाओं और तीन पुरुषों को पकड़ा है। उनके पास से दो किशोरियों को भी बरामद किया गया है। दोनों किशोरियां असोम राज्य की रहने वाली हैं। पुलिस उनके स्वजन से संपर्क करने का प्रयास कर रही है। इसके साथ ही महिलाओं समेत पांचों तस्करों से पूछताछ कर उनका नेटवर्क खंगाल रही है।

एडीसीपी पूर्वी सैय्यद मोम्मद कासिब आब्दी ने बताया कि गिरफ्तार तस्करों में गाजीपुर मुरारीनगर का सनी गुप्ता और उसके पड़ोस में रहने वाली 30 साल की एक महिला है। इसके अलावा असोम के नगांव मुराजर बाजार का रहने वाला फैजुद्दीन उसकी पत्नी और बरेली का राहुल गौतम है। सभी को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ की जा रही है।

लड़कियों को नौकरी देने के बहाने लाते : पुलिस ने बताया कि गिरोह के लोग विपुलखंड ओवरब्रिज के पास दोनों नाबालिग बच्चियों को लेकर खड़े थे। किसी को फोन कर उनकी बिक्री का सौदा कर रहे थे। मुखबिर की सूचना पर तत्काल इंस्पेक्टर गोमतीनगर केके तिवारी समेत अन्य पुलिस कर्मियों की टीम गठित की गई। पुलिस ने घेराबंदी कर उन्हें दबोच लिया। पूछताछ में गिरोह के लोगों ने बताया कि यह लोग असोम से लड़कियों को बहला-फुसलाकर नौकरी देने के बहाने लेकर आते थे। इसके बदले में किशोरियों के परिवार को दो से तीन महीने की एडवांस रकम भी दे देते हैं। इसके बाद यहां उन्हेंं बेच देते थे या तो देह व्यापार कराते थे। कुछ दिन पहले ही उन्हेंं यहां लाया गया था।

50 हजार से एक लाख रुपये में बेचते थे किशोरियों को : एसीपी गोमतीनगर श्वेता श्रीवास्तव के मुताबिक गिरोह के लोग लखनऊ, कानपुर, बरेली समेत कई जनपदों में किशोरियों को बेचते थे। इसके पहले भी वह कई लड़कियों को बेच चुके हैं। लड़कियों को असोम से लाने के काम फैजुद्दीन और उसकी पत्नी करती थी। फैजुद्दीन की पत्नी यहां इंदिरानगर में एक किराए के मकान में रहती थी। यह लोग किशोरियों को 50 हजार से एक लाख रुपये में बेचते थे। लखनऊ के अलावा कई अन्य जनपदों में भी इनका नेटवर्क है। तस्करों के नेटवर्क को भी खंगाला जा रहा है। इनके पास से बरामद मोबाइल की पड़ताल की जा रही है।

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