लखनऊ में गोसाईंगंज स्थित कबीरपुर में विजय रथ यात्रा लेकर पहुंचे पूर्व सीएम व सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार प्रचार के माध्यम से अपनी नाकामी छुपाने का प्रयास कर रही है। जनता इनका पर्दाफाश चुनाव में करेगी।
लखनऊ, लखनऊ में गोसाईंगंज स्थित कबीरपुर में विजय रथ यात्रा लेकर पहुंचे पूर्व सीएम व सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार प्रचार के माध्यम से अपनी नाकामी छुपाने का प्रयास कर रही है। जनता इनका पर्दाफाश चुनाव में करेगी। उन्होंने कोरोना काल में हुई मौतों को लेकर भी सरकार को कठघरे में खड़ा किया। सपा अध्यक्ष ने कहा कि कोरोना काल के दौरान दवा, बेड और आक्सीजन की जब जरूरत थी तो यह लोगों को दे नहीं पाए। भाजपा सरकार कहती है कि प्रदेश में आक्सीजन की कमी से किसी कोरोना मरीज की मौत नहीं हुई। जबकि ज्यादातर मरीजों ने आक्सीजन और दवा और इलाज के अभाव में दम तोड़ा।
भाजपा पर पूरी तरह हमलावर दिख रहे अखिलेश ने आगे कहा कि बीजेपी सरकार समाजवादियों की नकल करती है। जनता इन्हें पैदल करने का काम करेगी। इन्होंने लोगों को रोजगार नहीं दिया। अब जनता बदलाव चाहती है। वह बदलाव लाकर ही रहेगी। उन्होंने कहा कि हम किसानों की सिंचाई माफ कर देंगे और 300 यूनिट फ्री बिजली देंगे l इस पर बीजेपी सरकार को कुछ समझ में नहीं आ रहा है। सपा सरकार का मेनिफेस्टो गरीबों के लिए होगा। उन्होंने महिलाओं के मुद्दे पर बोलते हुए कहा कि प्रदेश में महिलाएं असुरक्षित हैं। हाथरस कांड का जिक्र करते हुए सरकार की आलोचना की।
परशुराम के मंदिर में टेका माथाः अखिलेश यादव ने अपनी रथयात्रा के दौरान गंगाखेड़ा के कबीरपुर में सपा की ओर से बनवाए गए भगवान परशुराम के मंदिर भी गए। उन्होंने वहां माथा टेका। यह वही मंदिर है, जिसे अखिलेश यादव के निर्देश पर पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के किनारे बनवाया गया है। परशुराम मंदिर का तोहफा देकर उन्होंने यूपी में भाजपा से तथाकथित रूप से नाराज बताए जा रहे ब्राह्मणों के वोट बैंक पर निशाना साधा है। इसीलिए वर्ष 2022 में सपा का ब्राह्मण प्रेम उमड़ पड़ा है। अन्य पार्टियां भी ब्राह्मणों को रिझाने के लिए हर तरह के डोरे डाल रही हैं। यूपी में 12 फीसद से अधिक आबादी ब्राह्मणों की है, जो कि करीब 170 सीटों पर अपना प्रभाव रखते हैं।