अमेरिका की उप राष्ट्रपति कमला हैरिस ने सिंगापुर पहुंचने पर कहा कि अमेरिका फिलहाल अपना पूरा ध्यान अफगानिस्तान से लोगों को निकालने पर केंद्रित कर रहा है। इसके बाद वहां से अमेरिकी सेना को हटाने को लेकर विचार करने पर काफी समय मिलेगा।
सिंगापुर, रायटर। अमेरिका की उप राष्ट्रपति कमला हैरिस ने सिंगापुर पहुंचने पर कहा कि अमेरिका फिलहाल अपना पूरा ध्यान अफगानिस्तान से लोगों को निकालने पर केंद्रित कर रहा है। इसके बाद वहां से अमेरिकी सेना को हटाने को लेकर विचार करने पर काफी समय मिलेगा। हैरिस ने सोमवार को सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सेन लूंग और राष्ट्रपति हलीमा याकूब से मुलाकात की और क्षेत्र में चीन के बढ़ते आर्थिक व सुरक्षा प्रभाव को कम करने पर विचार-विमर्श किया।
ली ने इस बैठक के बाद एक संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि बीस साल पहले अमेरिका के अफगानिस्तान में प्रवेश करने से अफगानिस्तान को आतंकी संगठनों ने सुरक्षित ठिकाना मानना बंद कर दिया है। सिंगाुपर इसके लिए आभारी है। हमें उम्मीद है कि अफगानिस्तान दोबारा आतंकी संगठनों का गढ़ नहीं बनेगा।
ली ने कहा कि सिंगापुर ने अफगानिस्तान में अपना सैन्य बल इसलिए भेजा है ताकि आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई कमजोर न पड़े। हैरिस ने भी ली को अफगानिस्तान में लोगों को बचाकर निकालने के लिए अमेरिका की सहायता करने पर धन्यवाद कहा है। सिंगापुर ने अपनी वायुसेना का एमआरटीटी विमान अफगानिस्तान भेजा है। यह एक बार में 266 यात्रियों या 37 हजार किलो सामान का भार ढो सकता है।
अमेरिका तालिबान के कहर से बचाने के लिए अपने नागरिकों और संबंधित अफगानियों को एयरलिफ्ट कर रहा है। वहीं दूसरी ओर ब्रिटेन ने अमेरिका से गुजारिश की है कि वह काबुल से लोगों को निकालने के अभियान की समयसीमा को 31 अगस्त से आगे बढ़ाए। ब्रिटेन का कहना है कि बिना अमेरिका के कोई भी देश अफगानिस्तान से निकल रहे लोगों की मदद नहीं कर पाएगा।
दूसरी ओर तालिबान ने अमेरिका को धमकी दी है। तालिबान के प्रवक्ता सोहेल शाहीन ने कहा है कि यदि अमेरिका अपने सैनिकों की वापसी में देरी करता है तो उसको इसके गंभीर नतीजे भुगतने होंगे। अमेरिकी सेना हर हाल में 31 अगस्त तक अफगानिस्तान छोड़ दे। वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि सरकार 31 अगस्त के बाद भी सैनिकों की अफगानिस्तान में तैनाती को बढ़ाने पर चर्चा कर रही है।