बर्खास्त सिपाही बहाल होने के बाद फिर अपराध की राह पर, पुलिस ने दबोचा; जानें-क्या है पूरा मामला

महानगर में दो दिन पहले जिस सिपाही सुशील पचौरी के घर पर जुआ पकड़ा गया था। वह इस समय गोंडा में तैनात था। पुलिस ने विभागीय मामला होने के कारण पहले दबाने की कोशिश की पर बात जब इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गई तो शुक्रवार रात इसका राजफाश किया।

 

लखनऊ,  महानगर में दो दिन पहले जिस सिपाही सुशील पचौरी के घर पर जुआ पकड़ा गया था। वह इस समय गोंडा में तैनात था। पुलिस ने विभागीय मामला होने के कारण पहले दबाने की कोशिश की पर बात जब इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गई तो शुक्रवार रात इसका राजफाश किया। सिपाही सुशील पचौरी अपने घर में जुआ खिलवा रहा था। अब सिपाही के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए एडीसीपी नार्थ प्राची सिंह ने गोंडा एसपी को पत्र लिखा है।

 

2006 में सोना लूटकांड में भी पकड़ा गया थाः जानकारी के मुताबिक सुशील पचौरी वर्ष 2006 में उन्नाव में हुए सोना लूटकांड में भी पकड़ा गया था। इसके बाद निलंबन के बाद उसे बर्खास्त कर दिया गया था। कुछ साल पहले वह फिर बहाल हुआ था। बहाल होने के बाद उसकी तैनात गोंडा में हुई थी। गोंडा में तैनाती के बाद फिर अपराध में लग गया और महानगर स्थित घर में भी जुए की फड़ चलाने लगा। कई अन्य अपराधिक मामलों में सिपाही की संलिप्तता उजागर हुई है। आलाधिकारियों के निर्देश पर महानगर पुलिस अब इसका ब्योरा खंगाल रही है।

आठ जुआंरियों समेत सिपाही को पकड़ा थाः महानगर पुलिस ने गुरुवार देर रात मुखबिर की सूचना पर सुशील पचौरी के घर पर छापेमारी की थी। छापेमारी के दौरान भगदड़ मच गई थी। पुलिस टीम ने घेराबंदी करके आठ लोगों को गिरफ्तार कर लिया था। घटना के बाद पुलिस मामला दबाने में लगी थी। कुछ देर बाद छापेमारी की कार्रवाई इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गई। पुलिस ने शुक्रवार रात फिर मामले की जानकारी दी। गिरफ्तार अन्य आरोपितों में लाल मोहन, कृष्ण गोपाल राय, बृजेश सिंह, अंकुर अग्रवाल, अजहर सिद्दीकी, विवेक बाजपेयी और आशीष जोशी हैं।

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