जैसलमेर में शुक्रवार रात दुर्घटनाग्रस्त हुए मिग 21 के विंग कमांडर हर्षित सिन्हा का रविवार को लखनऊ के भैंसाकुंड घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस दौरान सेना के अफसरो ने उन्हें नम आंखों से अंतिम विदाई दी। शनिवार को देर रात उनका शव एअरफोर्स स्टेशन लाया गया था।
लखनऊ, जैसलमेर में शुक्रवार रात दुर्घटनाग्रस्त हुए मिग 21 के विंग कमांडर हर्षित सिन्हा का रविवार को लखनऊ के भैंसाकुंड घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस दौरान सेना के अफसरो ने उन्हें नम आंखों से अंतिम विदाई दी। शनिवार को देर रात उनका शव लखनऊ के एअरफोर्स स्टेशन लाया गया था। वहां से आज सुबह भैंसाकुंड घाट पर उनके परिवारजनों और सेना के अफसरों की मौजूदगी में नम आंखों से आखिरी विदाई दी गई।
गोमतीनगर के कावेरी ग्रीन निवासी विंग कमांडर हर्षित ने वर्ष 1999 में एयर फोर्स ज्वाइन किया था। वह पहले महानगर फिर अलीगंज में परिवार के साथ किराए के कमरे में रहते थे। हर्षित के चाचा शिशिर सिन्हा ने बताया कि शनिवार रात जैसलमेर से पार्थिव शरीर हवाई जहाज से बीकेटी एयर फोर्स स्टेशन लाया गया। हर्षित की पढ़ाई लखनऊ में ही हुई थी। वह सीएमएस महानगर शाखा के छात्र थे। हर्षित की दो बेटियां हैं। हर्षित की पत्नी प्रियंका भी पहले नौकरी में थीं। बाद में उन्होंने नौकरी छोड़ कर आइआइएम से एमबीए किया। हालांकि अभी वह परिवार को समय दे रही थीं और कहीं नौकरी नहीं ज्वाइन की थीं। हर्षित के पिता हेमंत कुमार सिन्हा मूलरूप से अयोध्या के रहने वाले हैं और अभी गोमतीनगर विस्तार में कावेरी ग्रीन अपार्टमेंट में रहते हैं। हर्षित के दो भाई बहन मोहित और स्वाति हैं।
अभिनंदन के बैचमेट थे हर्षितः हर्षित विंग कमांडर अभिनंदन के बैचमेट थे। दोनों ने साथ में ट्रेनिंग की थी और कई स्थानों पर काम भी किया था। हर्षित वर्तमान में श्रीनगर में तैनात थे। इसके पहले वह जम्मू कश्मीर, भूज, सूरतगढ़ व अंबाला समेत अन्य स्थानों पर तैनात रह चुके हैं। उल्लेखनीय है कि राजस्थान में पाकिस्तान सीमा से सटे जैसलमेर जिले के सम क्षेत्र में सुदासरी नेशनल डेजर्ट पार्क के पास शुक्रवार रात करीब साढ़े आठ बजे लड़ाकू विमान मिग-21 गिर गया था। इससे धमाके के साथ उसमें आग लग गई थी। हादसे में पायलट विंग कमांडर हर्षित सिन्हा शहीद हो गए थे।