लोधेश्वर महादेवा में जलाभिषेक के लिए सीतापुर के महमूदाबाद के ग्राम रेवान निवासी विशाल अपने साथी दिपांश कुमार के साथ आए आए थे। बताया जा रहा है कि उनके साथ छह लोग और भी थे। सुबह जब विशाल नहीं मिला तो साथियों ने अघरण में तलाश शुरू कर दी।
बाराबंकी, महादेवा में सुबह चार बजे से जलाभिषेक चल रहा था। जलाभिषेक के लिए आए सीतापुर के एक श्रद्धालु की डूबकर मौत हो गई। जब डूबे श्रद्धालु को निकाला जा रहा था तो एक और भक्त की लाश अघरण में मिली। कुछ लोगों का आरोप है कि जब युवक को अघरण से निकाला जा रहा था तो उसी दौरान पुलिस अघरण के आसपास से भीड़ को हटाने लगी, तभी गौरी बनियानी गांव का युवक तालाब में गिर गया और उसकी डूबने से मौत हो गई। हालांकि पुलिस ने इस बात से इन्कार किया है।
लोधेश्वर महादेवा में जलाभिषेक के लिए सीतापुर के महमूदाबाद के ग्राम रेवान निवासी विशाल अपने साथी दिपांश कुमार के साथ आए आए थे। बताया जा रहा है कि उनके साथ छह लोग और भी थे। सुबह जब विशाल नहीं मिला तो साथियों ने अघरण में तलाश शुरू कर दी। तब देखा कि वह तालाब के किनारे पड़ा है, उसके सांसे चल रही हैं। आनन-फानन पुलिस को सूचना देकर अस्पताल ले जाया गया, जहां विशाल की मौत हो गई। जब विशाल की तलाश की जा रही थी तो फतेहपुर के गांव गौरी बनियानी का निवासी जितेंद्र का शव भी अघरण में मिला। उसके साथी शुभम वर्मा का आरोप है कि शव मिलने की सूचना पर पुलिस आ गई थी और तालाब के पास से सभी भक्तों को हटाने लगी। तभी भगदड़ में जितेंद्र अघरण में गिर गया और उसकी मौत हो गई। पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
पुलिस अधीक्षक यमुना प्रसाद ने बताया कि अघरण में स्नान के दौरान दो श्रद्धालु डूब गए थे। अघरण पर कोई भी भगदड़ नहीं मची थी और न ही किसी को हटाने के लिए बल का प्रयोग किया गया था। जब विशाल की तलाश की जा रही थी, तभी जितेंद्र की लाश मिली थी।