भाजपा-सपा के प्रत्याशी घोषित होने के बाद चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है। दोनों ओर से किए जा रहे जीत के दावों के चलते संघर्षपूर्ण मुकाबले के आसार बनते दिख रहे हैं। पूर्व सासंद व सदर विधायक की गैर मौजूदगी बनी चर्चा का विषय।
बाराबंकी, जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए भाजपा के बाद शुक्रवार को सपा ने भी अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है। सपा ने युवा चेहरे पर दांव लगाते हुए पहली बार जिला पंचायत सदस्य चुनीं गईं नेहा आनंद को अपना प्रत्याशी बनाया है। इससे दोनों ही पार्टियों के प्रत्याशी दैनिक जागरण में पूर्व में प्रकाशित खबर में दिए गए संकेतों के मुताबिक घोषित किए हैं। जागरण ने एक जून के अंक में ‘अनुभव’ पर भाजपा और ‘युवा’ पर सपा लगा सकती है दांव शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। भाजपा-सपा के प्रत्याशी घोषित होने के बाद चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है। दोनों ओर से किए जा रहे जीत के दावों के चलते संघर्षपूर्ण मुकाबले के आसार बनते दिख रहे हैं।
जिलाध्यक्ष हाफिज अयाज की ओर से जारी पत्र में बताया गया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की स्वीकृति और प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल के निर्देश पर नेहा आनंद को प्रत्याशी घोषित किया गया है। सपा कार्यालय में सपा जिलाध्यक्ष हाफिज अयाज, पूर्व मंत्री राकेश वर्मा, एमएलसी राजेश यादव, विधायक गौरव रावत की मौजूदगी में पूर्व मंत्री अरविंद कुमार सिंह गोप ने उनकी उम्मीदवारी की घोषणा की। इस मौके पर मो. सबाह, आशीष सिंह आर्यन, डा. कुलदीप सिंह, अजय वर्मा बबलू, प्रीतम सिंह वर्मा आदि मौजूद रहे।
गैर मौजूदगी बनी चर्चा का विषय : सपा कार्यालय पर नेहा आनंद के नाम की जिस समय घोषणा हुई उस समय पूर्व सांसद रामसागर रावत और सदर विधायक धर्मराज सिंह उर्फ सुरेश यादव मौजूद नहीं थे। दोनों नेताओं की गैरमौजूदगी सपा कार्यालय में चर्चा का विषय बनी रही।
‘दलित हूं, अशिक्षित नहीं’ : सपा की जिला पंचायत अध्यक्ष पद की प्रत्याशी नेहा आनंद ने प्रत्याशी बनाए जाने के लिए पार्टी नेतृत्व का आभार जताया है। उन्होंने जिले के वरिष्ठ नेताओं व संघर्षशील कार्यकर्ताओं के बदौलत जीत का दावा किया है। सत्ताधारी दल की ओर से सदस्यों पर दबाव बनाए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि दलित हूं अशिक्षित नहीं हूं। हर दबाव का मुकाबला करने को तैयार हूं।