शारदा सहायक नहर में भी कुछ बंदरों के शवों को प्रवाहित किए जाने की बात कही गई। वनक्षेत्राधिकारी रामनगर सुबोध कुमार ने बताया कि अभी तक चार बंदरों के शव बरामद हुए है। पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। पोस्टमार्टम के बाद मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा।
बाराबंकी, सेमौर गांव में करीब एक सैकड़ा बंदरों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। गांव के चारों ओर जंगल व बाग में बंदरों के मृत मिलने की पुलिस को दी गई। उधर, इतनी बड़ी संख्या में बंदरों की मौत को लेकर गांव में हड़कंप मच गया। सेमौर गांव में सोमवार को एक के बाद एक बंदरों की मौत की खबर गांव में फैल गई। गांव में घर के पास कुछ बंदर तड़प-तड़प कर दम तोडऩे की बात लोगों ने पुलिस से बताई। आम की बाग में एक बंदर का शव पेड़ की टहनी पर पड़ा दिखा। पुलिस ने गांव पहुंच बंदरों के शव देखे। डिप्टी रेंजर दिलीप गुप्ता भी मौके पर पहुंचे। चार बंदरों के शव गांव के पश्चिम जंगल में पड़े मिले, जिन्हें पशु चिकित्सालय दरियाबाद से पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
इसके बाद एसएसआइ वीके शर्मा, मनोज कुमार, जेबी मिश्र आदि पुलिसकर्मियों ने ग्रामीणों से वार्ता की। पूर्व दिशा के जंगल व आम के बाग में छानबीन की। यहां पर दो बंदरों के शव मिले, जिन्हें मौके पर दफनाया गया। साथ ही करीब एक सैकड़ा से अधिक बंदर के गांव में दम तोडऩे की बात बताई जा रही है। गांव के अंदर व घरों के पास, छत पर बरामद हुए शवों को ग्रामीणों ने दफन कराया। शारदा सहायक नहर में भी कुछ बंदरों के शवों को प्रवाहित किए जाने की बात कही गई। वनक्षेत्राधिकारी रामनगर सुबोध कुमार ने बताया कि अभी तक चार बंदरों के शव बरामद हुए है। पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। पोस्टमार्टम के बाद मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा।
दोषियों पर हो सख्त कार्रवाई : हिंदू युवा वाहिनी तहसील प्रभारी व डीडीसी प्रतिनिधि विनय सिंह राजपूत बंदरों की मौत की खबर पाते ही गांव पहुंचे। पुलिस से कहा कि बेजुबान वानरों की मौत की जांच की जाए।
डीएफओ डा. एनके सिंह ने बताया कि तीन चिकित्सकों का पैनल पोस्टमार्टम कर रहा है, जल्द की मौत का कारण पता चल जाएगा। बंदरों ने जो भी कुछ खाया था, उससे प्रभावित होकर जमीन में मुंह रगड़ा था, जिससे उनके चेहरे लहूलुहान हो गए। जांच की जा रही है। वहीं एएसपी मनोज कुमार पांडेय ने बताया कि बंदरों के शव का पोस्टमार्टम हो रहा है, रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।