बारासात की चुनावी रैली में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि दीदी ने मोदी के साथ-साथ बंगाल के SC ST OBC के मेरे भाइयों और बहनों के विरुद्ध खुली लड़ाई छेड़ दी है। दीदी ने बंगाल के सामान्य वोटर आप सभी को बदनाम करने का अभियान शुरू किया है।
कोलकाता, एजेंसियां। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल के बारासात में चुनावी रैली को संबोधित किया। बंगाल में पीएम मोदी की आज यह तीसरी चुनावी रैली रही। बारासात की चुनावी रैली में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि दीदी ने हमारे साथ-साथ बंगाल के SC, ST, OBC के मेरे भाइयों और बहनों के विरुद्ध खुली लड़ाई छेड़ दी है। दीदी ने बंगाल के सामान्य वोटर, आप सभी को बदनाम करने का अभियान शुरू कर दिया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि दस साल के शासन में यहां की सरकार ने गरीबों से बहुत विश्वासघात किया है। दीदी की दुर्नीति ने उनका जीवन और मुश्किल किया है। दीदी ये भी जान लीजिए, गरीब बिकाऊ नहीं होता, स्वाभिमानी होता है। गरीब आपके टोलाबाज कार्यकर्ताओं की तरह दूसरों की कमाई पर नहीं जीता है।दीदी की सरकार में हुए हर अन्याय, हर अत्याचार का पूरा हिसाब वो भी चुन-चुन कर लिया जाएगा। पल-पल का और पाई-पाई का हिसाब मांगा जाएगा।
बारासात की चुनावी रैली से पीएम मोदी ने कहा कि गरीब को सुनवाई, बुजुर्गों को दवाई, नौजवान को कमाई। पश्चिम बंगाल में ये भाजपा की डबल इंजन की सरकार ही दे सकती है। इसलिए आज पूरा बंगाल कह रहा है- बंगाल में भाजपा सरकार।
बारासात और उत्तर 24 परगना को दीदी के लोगों ने लूटा: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि बारासात और उत्तर 24 परगना को तो ‘चाल चोर’ गिरोह का साक्षात अनुभव है। केंद्र ने कोरोना राहत के लिए मुफ्त चावल और चना भेजा, दीदी के लोगों ने लूट लिया। अंफान राहत के लिए चावल भेजा, पैसा भेजा और यहां दीदी के लोगों ने उसे लूट लिया।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बंगाल की भाजपा सरकार में अंफान पीड़ितों को बिना किसी भेदभाव राहत पहुंचाने का काम तेजी से किया जाएगा। पीएम आवास योजना के तहत हर बेघर को पक्का घर मिले, ये काम तेज किया जाएगा। घर भी बिजली, पानी और गैस कनेक्शन के साथ दिया जाएगा।
दीदी की नीतियों ने किसानों की कमर तोड़ दी: पीएम मोदी
ममता सरकार पर जुबानी हमला करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि दीदी की नीतियों ने किसानों की कमर तोड़ दी है और शिल्प की समृद्ध परंपरा को बर्बाद कर दिया है। गांधी जी ने यहां खादी आश्रम खोला था। टीएमसी के लोगों ने खादी को प्रोत्साहित करने के बजाय इस पर कब्जा कर लिया। ऐसी है यहां की मौजूदा सरकार।