ब्रिटेन की मंत्री ट्रस बोलीं, मुंबई में कैरियर स्ट्राइक ग्रुप की यात्रा इंडो-पैसिफिक को लेकर ब्रिटेन के झुकाव का प्रतीक

विदेश सचिव लिज़ ट्रस शुक्रवार से शुरू हुई अपनी दो दिवसीय भारत यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच नौकरियों को बढ़ावा देने और वैश्विक हरित विकास को बढ़ाने के लिए तकनीकी और बुनियादी ढांचे के सौदों को लेकर कई फैसलों की घोषणा करने वाली हैं।

 

मुंबई, पीटीआइ। ब्रिटिश विदेश सचिव एलिजाबेथ ट्रस ने शनिवार को यहां कहा कि एचएमएस क्वीन एलिजाबेथ एयरक्राफ्ट कैरियर के नेतृत्व वाले कैरियर स्ट्राइक ग्रुप का मुंबई में प्रमुख बंदरगाह यूके का इंडो-पैसिफिक को लेकर झुकाव का प्रतीक है। नई दिल्ली से मुंबई पहुंची मंत्री ने कहा कि उनकी यात्रा का उद्देश्य ब्रिटेन की इंडो-पैसिफिक रणनीति के एक महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत के साथ मजबूत सुरक्षा और रक्षा संबंध बनाना है।

विदेश, राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय (एफसीडीओ) ने कहा कि मंत्री, भारत को एक स्वतंत्र, खुला, समावेशी और समृद्ध हिंद-प्रशांत सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक सहयोगी के रूप में देखते हैं। ट्रस ने कहा, ‘ब्रिटेन और भारत के बीच घनिष्ठ रक्षा और सुरक्षा साझेदारी गहरे आर्थिक संबंधों को मजबूत करती है और दोनों देशों के साथ-साथ व्यापक क्षेत्र को भी सुरक्षित बनाती है।’

विदेश मंत्री ने कहा, ‘हमें अपने समुद्री और व्यापार मार्गों की रक्षा करने करने की जरूरत है। अपने हितों की रक्षा करने और अनुचित प्रथाओं को चुनौती देने में कठोर होना चाहिए। इस सप्ताह के अंत में भारत में कैरियर स्ट्राइक ग्रुप का आगमन यूके के इंडो-पैसिफिक को लेकर झुकाव को प्रदर्शित करेगा। उन्होंने कहा कि यह ग्लोबल ब्रिटेन का एक सच्चा प्रतीक है, जो भारत जैसे समान विचारधारा वाले भागीदारों के साथ मिलकर काम कर रहा है।

 

बता दें कि HMS क्वीन एलिजाबेथ जहाज कैरियर स्ट्राइक ग्रुप (CSG) का अग्रणी पोत है, जिसे यूके की विश्व-अग्रणी रक्षा क्षमता का प्रतीक कहा जाता है। इस सप्ताह के अंत में मुंबई की अपनी यात्रा को एफसीडीओ ने भारत के साथ ब्रिटेन के बढ़ते रक्षा और समुद्री सहयोग के स्पष्ट संकेत के रूप में वर्णित किया है।

शुक्रवार को दो दिनों के भारत दौरे पर आई विदेश मंत्री एलिजाबेथ ट्रस की विदेश मंत्री एस जयशंकर से द्विपक्षीय मुद्दों पर विस्तार से वार्ता हो चुकी है। इसके साथ ही जानकारी सामने आई कि पीएम नरेंद्र मोदी की इस महीने के अंत तक ब्रिटेन जाने की तैयारी भी हो रही है। मोदी के 31 अक्टूबर, 2021 को संयुक्त राष्ट्र के तत्वावधान में ग्लासगो में होने वाले जलवायु परिवर्तन कांफ्रेंस (काप-26) में हिस्सा लेने के लिए वहां पहुंचेंगे। ग्लासगो में उनकी ब्रिटिश पीएम बोरिस जानसन के साथ द्विपक्षीय मुलाकात होगी। जानसन पिछले एक वर्ष में दो बार भारत की यात्रा अंत समय में रद कर चुके हैं। चुनाव के बाद सत्ता संभालने के बाद उनकी पीएम मोदी के साथ यह पहली आमने-सामने मुलाकात होगी। दोनों नेताओं की तरफ से भारत व ब्रिटेन में होने वाले मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को लेकर विधिवत वार्ता का एलान होने की संभावना है।

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