अनिल बलूनी ने कहा कि देश की जनता का कांग्रेस पर भरोसा नहीं रहा। हाल के वर्षो में मुख्य विपक्षी पार्टी को कई चुनावों में हार का सामना करना पड़ा है। अच्छी बात है कि कांग्रेस का अपने आप पर भी कोई विश्वास नहीं रहा।
नई दिल्ली, प्रेट्र। कांग्रेस द्वारा 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्षी एकता का आह्वान करने को लेकर भाजपा ने इस पर तंज कसा है। सत्तारूढ़ पार्टी ने कहा कि इससे लगता है कि जनता द्वारा खारिज किए जाने के बाद इसका अपने पर विश्वास नहीं रहा है। पार्टी ने कहा कि देश के विकास के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लोगों का विश्वास बना हुआ है।
भाजपा के मुख्य प्रवक्ता अनिल बलूनी ने कहा कि देश की जनता का कांग्रेस पर भरोसा नहीं रहा। हाल के वर्षो में मुख्य विपक्षी पार्टी को कई चुनावों में हार का सामना करना पड़ा है। अच्छी बात है कि कांग्रेस का अपने आप पर भी कोई विश्वास नहीं रहा और इसने सहयोगियों को खोजना शुरू कर दिया है। लेकिन कांग्रेस की टूटी हुई बैसाखी का इस्तेमाल करने में किसी की दिलचस्पी नहीं है। निराशा में यह कितना भी प्रयास कर ले, लोगों को इस पर कोई भरोसा नहीं होगा और इसका भविष्य अंधकारमय है। बलूनी ने कहा कि मोदी ने देश को विकास के रास्ते पर डाल दिया है और लोगों का उन पर विश्वास है।
सोनिया गांधी की वर्चुअल बैठक पर तंज कसते हुए भाजपा के एक अन्य प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि कांग्रेस वर्चुअल पार्टी के तौर पर सिमट गई है। यह न सिर्फ वर्चुअल बैठकें करती है, बल्कि इसका अस्तित्व ही सिर्फ वर्चुअल प्लेटफार्म पर है।
सोनिया गांधी ने विपक्षी नेताओं संग की वर्चुअल बैठक
बता दें कि शुक्रवार को मोदी सरकार के खिलाफ विपक्षी पार्टियों को एक करने को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने वर्चुअल बैठक बुलाई थी। विपक्ष को गोलबंद करने की सोनिया की पहल पर हुई बैठक में ममता बनर्जी व उद्धव ठाकरे समेत विपक्ष के चार बड़े मुख्यमंत्रियों और शरद पवार से लेकर सीताराम येचुरी जैसे विपक्षी दिग्गज शामिल हुए। हालांकि समाजवादी पार्टी बैठक में शामिल नहीं हुई। अखिलेश यादव ने राज्य के दूरस्थ इलाके में होने की वजह से वर्चुअल बैठक में शामिल हो पाने में असमर्थता का पत्र भेज दिया जबकि बसपा और आम आदमी पार्टी को बैठक का न्योता ही नहीं मिला था।