अमेरिका में राष्ट्रपति जो बाइडेन के नेतृत्व वाले प्रशासन द्वारा हाल में शुरू ‘अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार रोधी चैम्पियंस अवॉर्ड’ (एंटी करप्शन अवार्ड) के लिए घोषित 12 ‘साहसी लोगों में भारत की सामाजिक कार्यकर्ता अंजलि भारद्वाज का नाम भी शामिल है। विदेश विभाग के अनुसार 48 वर्षीय भारद्वाज ने दो दशक से ज्यादा समय से भारत में सूचना के अधिकार आंदोलन में एक सक्रिय सदस्य के रूप में भूमिका निभाई है।
विदेश मंत्री टोनी ब्लिंकन ने मंगलवार को कहा, ‘बाइडन प्रशासन यह रेखांकित करता है कि हम इन मुद्दों से मुकाबला करने में तब सफलता हासिल कर पाएंगे जब हम इसके लिए प्रतिबद्ध सहयोगियों समेत निडर लोगों के साथ काम करेंगे, जिन्होंने भ्रष्टाचार को खत्म करने के प्रयास किए और वैसे देश जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार रोधी मानकों की प्रतिबद्धताओं को पूरा करने के लिए काम किया।’
उन्होंने कहा, ‘इसको लेकर मैं अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार रोधी चैम्पियंस अवॉर्ड की घोषणा करता हूं। इसके जरिए उन लोगों की पहचान की जाएगी जो विपरीत परिस्थितियों में लगातार संघर्ष करते हुए भ्रष्टाचार से लड़ने और अपने देशों में पारदर्शिता, जवाबदेही को सुनिश्चित करने की लड़ाई लड़ते हैं।’ भारद्वाज सतर्क नागरिक संगठन (एसएनएस) की संस्थापक हैं। यह नागरिकों का एक ऐसा समूह है, जो सरकार में पारदर्शिता और जवाबदेही तथा नागरिकों की सक्रिय भागीदारी को बढ़ावा देता है।
इसके अलावा, अंजली सूचना के जन अधिकार का राष्ट्रीय अभियान की संयोजक हैं। इस संगठन ने भ्रष्टाचार रोधी लोकपाल और व्हिसल ब्लोअर्स संरक्षण अधिनियम की हिमायत की और इसके तहत उन लोगों को संरक्षण मिलना शुरू हुआ जो भ्रष्टाचार और शक्ति के दुरुपयोग का खुलासा करते हैं।
भारद्वाज ने एक ट्वीट में कहा कि यह सम्मान देश में सत्ता को जिम्मेदार बनाने के लिए काम करने वाले लोगों और समूहों के सामूहिक प्रयास को मान्यता प्रदान करता है। भारद्वाज के अतिरिक्त इसमें अल्बानिया के अर्दियन डोरवानी, इक्वाडोर की डियाना सालजार समेत अन्य कई देशों के कार्यकर्ता शामिल हैं।