अमेरिकी की हावर्ड और इजरायल की तेल अवीव यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के एक दल ने इस वैश्विक महामारी के दुनिया भर के डाटा का विश्लेषण किया है। उनका मकसद बिना टीका लगे बच्चों को अप्रत्यक्ष रूप से कोई सुरक्षा मिल रही है या नहीं यह देखना था।
येरुशलम, प्रेट्र। मां-बाप को वैक्सीन लगने से एक ही घर में रह रहे उनके बच्चों को भी वैश्विक महामारी कोविड-19 से सुरक्षा मिलती है। एक नए शोध के मुताबिक कोरोना से बचने के लिए प्रतिरोधक क्षमता का महत्व इस लिहाज से भी बढ़ गया है कि कोविड रोधी वैक्सीन उन लोगों को भी इस महामारी से सुरक्षित करती है जिन्हें वैक्सीन लगाई नहीं जा सकती है।
अमेरिकी की हावर्ड और इजरायल की तेल अवीव यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के एक दल ने इस वैश्विक महामारी के दुनिया भर के डाटा का विश्लेषण किया है। उनका मकसद बिना टीका लगे बच्चों को अप्रत्यक्ष रूप से कोई सुरक्षा मिल रही है या नहीं यह देखना था। साइंस जरनल में प्रकाशित शोध के अनुसार टीका लगवाने वाले मां-बाप ही कोरोना के संक्रमण से सुरक्षित नहीं होते बल्कि उनके साथ एक ही घर में रहे लोगों को भी उनसे संक्रमण नहीं होता है।
बिना वैक्सीन लगवाए लोगों का खतरा भी हो जाता है कम
प्रमुख शोधकर्ता समाह हायक ने बताया कि वैक्सीन लगने से नासिर्फ सीधे तौर पर बीमारी से सुरक्षा मिलती है बल्कि बिना वैक्सीन लगवाए लोगों का खतरा भी कम हो जाता है। वैक्सीन से मिलने वाली अप्रत्यक्ष सुरक्षा भी उन लोगों को भी मिलती है जिनसे जुड़े लोगों को टीका नहीं लग सकता है। जैसे कम आयु के बच्चों को वैक्सीन नहीं लगाई जा रही है।
कोरोना का टीका लगाए जाने से संक्रमण के नहीं हो रहे गंभीर लक्षण
बता दें कि कोरोना महामारी ने पूरे विश्व को अपनी चपेट में लिया हुआ है। कोरोना के अब तक कई वैरिएंट सामने आ चुके हैं। कोरोना महामारी के चलते कई देशों की आर्थिक व्यवस्था खराब हो गई है। कोरोना महामारी के बीच टीकाकरण कार्यक्रम कई देशों में तेजी से चलाया जा रहे हैं। कोरोना का टीका लगाए जाने के बाद संक्रमण के गंभीर लक्षण कम नजर आ रहे हैं।