अगले 24 घंटों के दौरान गुजरात छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश के अधिकांश हिस्सों झारखंड बिहार महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों ओडिशा और पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों से मानसून की वापसी हो सकती है। इस बीच मौसम विभाग की मानें तो बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती तूफान का दबाव बन रहा है।
नई दिल्ली, एजेंसी। देश के अधिकांश हिस्सों में मानसून की वापसी के लिए स्थितियां अनुकूल बन रही हैं। अगले 24 घंटों के दौरान गुजरात, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश के अधिकांश हिस्सों, झारखंड, बिहार, महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों से मानसून की वापसी हो सकती है। इस बीच मौसम विभाग की मानें तो बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती तूफान का दबाव बन रहा है। चक्रवाती तूफान का नाम जवाद है । इसका असर उड़ीसा, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र पर पड़ेगा, जबकि दिल्ली एनसीआर, हरियाणा, पंजाब भी प्रभावित हो सकते हैं।
अचानक तेज बारिश और आंधी चलने की संभावना
तूफान की वजह से अचानक तेज बारिश और आंधी चलने की संभावना है, इसकी तीव्रता काफी ज्यादा होगी, जिससे पेड़ और जर्जर मकानों को नुकसान पहुंचने की आशंका बनी है। उत्तर भारत समेत देश के अधिकतर हिस्सों से मानसून का समापन हो रहा है, लेकिन कुछ राज्य जैसे केरल, तमिलनाडु, तटीय आंध्र प्रदेश और गंगीय पश्चिम बंगाल में अगले 24 घंटे में भारी बारिश की आशंका है। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, 11 और 12 अक्तूबर को जोरदार बारिश होने के आसार हैं। मौसम विभाग ने बताया, 12-14 अक्टूबर 2021 के दौरान केरल और माहे में बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है। भारत में मानसून की स्थिति के बारे में विवरण देते हुए, आईएमडी ने अपने पूर्वानुमान में कहा कि अगले 5 दिनों के दौरान दक्षिणी प्रायद्वीप में भारी बारिश और अगले 2 दिनों के दौरान महाराष्ट्र में भारी बारिश होने की संभावना है।
तूफान के ओडिशा और आंध्र प्रदेश की तटों की ओर बढ़ने की संभावना
बंगाल की खाड़ी और उससे सटे अरब सागर में अगले कुछ दिनों में चक्रवाती तूफान के विकसित होने की संभावना है। मौसम विभाग ने कहा यदि सिस्टम एक चक्रवात में विकसित होता है, तो इसे ‘जवाद’ कहा जाएगा, जो सऊदी अरब द्वारा दिया गया नाम है। भारत मौसम विज्ञान विभाग अनुसार, बंगाल की खाड़ी के ऊपर विकसित होने वाले तूफान की प्रक्रिया शनिवार को शुरू हुई, जिससे उत्तरी अंडमान सागर के ऊपर एक ऊपरी चक्रवाती परिसंचरण का निर्माण हुआ। आईएमडी के नवीनतम मौसम पूर्वानुमान के अनुसार, उत्तरी अंडमान सागर और इसके आस-पास के ऊपर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। इसके प्रभाव से अगले 36 घंटों के दौरान उसी क्षेत्र में कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। इसके बाद के 4-5 दिनों के दौरान दक्षिण ओडिशा-उत्तर आंध्र प्रदेश के तटों की ओर बढ़ने की संभावना है।
इन राज्यों से मानसून की वापसी के आसार
इस बीच, गुजरात, छत्तीसगढ़ के कुछ और हिस्सों में मध्य प्रदेश, झारखंड, बिहार के अधिकांश भाग, महाराष्ट्र, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में अगले 2 दिनों के दौरान दक्षिण-पश्चिम मानसून की और वापसी के लिए परिस्थितियां अनुकूल होती जा रही हैं।