उत्तरी सागर में नीदरलैंड्स तट के समीप करीब 3000 कारों को ले जा रहे मालवाहक जहाज में 25 जुलाई को भीषण आग लग गई थी जिसमें एक चालक दल (क्रू) के एक भारतीय सदस्य की मौत हो गई थी और 20 अन्य घायल गए थे। इस हादसे में घायल सभी भारतीय सुरक्षित रूप से वापस घर लौट आए हैं ।
लंदन, पीटीआई। उत्तरी सागर में नीदरलैंड्स तट के समीप करीब 3,000 कारों को ले जा रहे मालवाहक जहाज में 25 जुलाई को भीषण आग लग गई थी, जिसमें एक चालक दल (क्रू) के एक भारतीय सदस्य की मौत हो गई थी और 20 अन्य घायल गए थे। इस हादसे में घायल सभी भारतीय सुरक्षित रूप से वापस घर लौट आए हैं। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी है।
मारे गए नाविक के शव को लाया जा रहा वापस
उन्होंने कहा कि इस घटना में मारे गए एक नाविक के शव को वापस लाया जा रहा है। मालवाहक जहाज जर्मनी से मिस्र जा रहा था तभी उसमें भीषण आग लग गई थी, जिसमें एक की मौत हो गई थी और 20 अन्य घायल हो गए हैं। हालांकि, भीषण हादसे से बचने के लिए चालक दल के कई कई सदस्यों को पानी में कूद कर जान बचाना पड़ा था। मालूम हो कि जहाज पूरी तरह से भारतीयों द्वारा संचालित किया जा रहा था।
नीदरलैंड के हेग में स्थित भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर कहा कि जहाज फ्रेमेंटल हाईवे से बचाए गए 20 भारतीय चालक दल पिछले सप्ताह सुरक्षित रूप से भारत लौट आए हैं। उन्होंने इस कठिन समय में डच अधिकारियों के समर्थन और सहायता के लिए धन्यवाद भी दिया। उन्होंने कहा कि इस घटना में मारे दुर्भाग्य से निधन हुए एक चालक दल के सदस्य के पार्थिव शरीर को वापस लाया जा रहा है।
बचावकर्मी की ऑडियो रिकॉर्डिंग आई सामने
डच तट रक्षक ने जोर देकर कहा कि 11-डेक जहाज पर आग लगने के कारण का पता नहीं चल पाया है। हालांकि, घटना से संबंधित बचावकर्मी की एक ऑडियो रिकॉर्डिंग सामने आई, जिसमें बताया गया कि यह एक इलेक्ट्रिक वाहन की बैटरी में विस्फोट हुआ था, जिसके कारण आग लग गई थी। जहाज पर मौजूद 3,783 कारों में से 498 इलेक्ट्रिक वाहन थे।