यूक्रेन जंग के बीच अमेरिका ने यूक्रेनी सेना को दिए घातक हथियार, रूसी सेना की खैर नहीं

अमेरिका ने पहली बार यूक्रेन को अपने एडवांस स्‍कैनईगल ड्रोन की खेज भेजी है ताकि रूसी तोपों को तबाह किया जा सके। रूसी टैंकों को बर्बाद करने के लिए कार्ल गुस्‍ताव राइफल के गोले भी दिए हैं। अमेरिका के इन घातक हथ‍ियारों से रूसी सेना पर क्‍या असर होगा।

 

कीव/नई दिल्‍ली : यूक्रेन जंग के बीच अमेरिका ने यूक्रेनी सेना को घातक हथियारों की खेप भेजा है। यह उम्‍मीद की जा रही है कि इन हथ‍ियारों से रूसी सेना की कमर टूट जाएगी। अमेरिका ने पहली बार यूक्रेन को अपने एडवांस स्‍कैनईगल ड्रोन की खेप भेजी है, ताकि रूसी तोपों को तबाह किया जा सके। अमेरिका ने होव‍ित्‍जर तोप और रूसी टैंकों को बर्बाद करने के लिए कार्ल गुस्‍ताव राइफल के गोले भी दिए हैं। अमेरिका के रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने शुक्रवार को इसका ऐलान किया। आइए जानते हैं कि अमेरिका के इन घातक हथ‍ियारों का रूसी सेना पर क्‍या असर होगा। क्‍या यह रूस यूक्रेन जंग अभी और लंबा चलेगा।

1- यूक्रेन के दोनबास इलाके पर कब्‍जे के बीच यूक्रेन के मित्र राष्‍ट्रों ने आयूध आपूर्ति तेज कर दी है। इस क्रम में रूसी टैंकों को तबाह करने के लिए एक हजार कार्ल गुस्‍ताफ एंटी टैंक मिसाइल भी अमेरिका के अन्‍य सहयोगी देशों ने यूक्रेन को भेजा है। इसके अलावा एक हजार जैवलिन एंटी टैंक मिसाइल भी यूक्रेनी सेना को भेजा जा रहा है, जो सैकड़ों रूसी टैंकों का अब तक काल बन चुका है। इसी तरह से अमेरिका यूक्रेन को सतह से हवा में मार करने वाली नई मिसाइलें भी देने की तैयारी कर रहा है।

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2- इसके पूर्व अमेरिका ने यूक्रेन की सेना को एक अरब डालर के घातक हथियार और राकेट लांचर देने का ऐलान किया था। रूस यूक्रेन जंग में अमेरिका के HIMARS राकेट यूक्रेन की जंग में बहुत कारगर साबित हुए हैं। खास बात यह है कि अमेरिका व उसके अन्‍य सहयोगी देशों ने यह घोषणा ऐसे समय की है, जब रूस और यूक्रेन दोनों ने ही एक-दूसरे पर आरोप लगाया है कि वे यूरोप के सबसे बड़े परमाणु बिजली संयंत्र जापोरिझझिआ पर हमले कर रहे हैं।

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3- अमेरिका के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि यह ड्रोन आकार में बहुत छोटा होता है। अमेरिका 15 स्‍कैन ईगल ड्रोन यूक्रेन को भेज रहा है। यह लंबी दूरी तक उड़ान भर सकता है। यह ड्रोन व‍िमान बहुत कम ऊंचाई से उड़ान भरता है। इसका इस्‍तेमाल रूसी तोपों की जगह का ठीक-ठीक पता लगाने में किया जा सकता है। इसके बाद यूक्रेन की सेना उस जगह पर तोपों और मिसाइलों के जरिए जोरदार हमला करके उन्‍हें तबाह कर सकती है। अमेरिका 105 एमएम की 16 तोपें और 36 हजार गोले भी यूक्रेन को भेज रहा है। वह 15 स्‍कैनईगल ड्रोन को भेज रहा है।

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4- अमेरिकी हथियारों में हाई स्‍पीड एंटी टैंक रेडिएशन मिसाइल भी शामिल है। इसकी मदद से तोपों की इस जंग में यूक्रेन की सेना अब रूसी रडार को ध्‍वस्‍त कर सकती है। यूक्रेन जंग के दौरान ऐसा पहली बार हुआ है, जब अमेरिका ने इसका खुलासा किया है कि उसने हाई स्‍पीड एंटी रेडिएशन मिसाइल को यूक्रेन को दिया है। अमेरिका के एक वरिष्‍ठ अधिकारी ने कहा कि यूक्रेन ने सफलतापूर्वक इन मिसाइलों को तैनात कर दिया है। यही नहीं उन्‍हें यूक्रेन के फाइटर जेट में उसे सफलतापूर्वक लगाया जा चुका है। इसकी मदद से यूक्रेन की सेना रूस के रडार को खोज सकती है और फिर उसे तबाह कर सकती है।

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5- रूस- यूक्रेन के बीच 24 फरवरी को शुरू हुआ युद्ध अब भी जारी है। इस जंग में न तो रूस की विजय दिख रही है और न ही यूक्रेन की हार ही नजर आ रही है। युद्ध की शुरुआत में ऐसा माना जा रहा था कि रूस सेना के आगे यूक्रेनी सेना कुछ ही दिनों में घुटने टेक देगी, लेकिन उसने अमेरिका और नाटो देशों से मिले हथियारों की मदद से रूस को अच्छा खासा नुकसान पहुंचाया है। रूस का दावा है कि नाटो देश यूक्रेन को हथियार मुहैया करवाकर आग में घी डालने का काम कर रहे हैं। उन्होंने यूक्रेन की सेना को रक्षा सहयोग के नाम पर प्रशिक्षित किया और कीव को बड़े युद्ध के लिए तैयार किया है।

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